पटना (आससे)। बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों में अतिथि शिक्षकों के लिए मानदेय का भुगतान एक माह में शुरू हो जाएगा। राज्य सरकार द्वारा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के प्रावधान के अनुसार राज्य के विश्वविद्यालयों के तहत संचालित अंगीभूत व संबंद्ध महाविद्यालयों में अतिथि शिक्षकों को प्रति व्याख्यान 1500 रुपये, अधिकतम 50 हजार रुपये दिए जाने की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।
श्री चौधरी ने सोमवार को विधान परिषद में भोजनावकाश के बाद वीरेंद्र नारायण यादव के ध्यानाकर्षण के उत्तर के दौरान ये जानकारी दी। प्रश्नकर्ता ने इसे लागू करने के लिए समय-सीमा निर्धारित करने का अनुरोध किया। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसे एक माह में लागू कर दिया जाएगा।
इसके पूर्व सुमन कुमार के ध्यानाकर्षण के उत्तर में ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि मधुबनी शहर में नए पावर स्टेशन के निर्माण के लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने में समय अधिक लगने के कारण वहां विद्युत उपकेंद्र नहीं बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए लीज पर जमीन लेना संभव नहीं है। अगल-बगल में भी विद्युत उपकेंद्र बने हुए हैं, दिक्कत होगी तो इस पर विचार किया जाएगा।
विधान परिषद में राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गयी। विधान परिषद सदस्य देवेश चंद्र ठाकुर व रजनीश कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव के पक्ष में सदन में बातें रखीं और राज्य सरकार के विकास कार्यों की जमकर सराहना की। वहीं, केदारनाथ पांडेय ने संशोधन के सुझाव दिए। जबकि प्रेमचंद मिश्र ने राज्य के विकास की बातों की आलोचना की। चर्चा मंगलवार को भी जारी रहेगी।