पटना

पटना: एक तिहाई शिक्षक ही जायेंगे स्कूल : शिक्षा मंत्री


      • हर दिन जायेंगे मिडिल से लेकर प्लसटू स्कूलों के प्रधानाध्यापक
      • दो शिक्षक वाले प्राइमरी स्कूलों में बारी-बारी आयेंगे अध्यापक
      • अद्यतन होंगे लंबित अभिलेख, भू-दस्तावेज का होगा सत्यापन
      • यूनिवर्सिटी-कॉलेजों में 33 प्रतिशत असिस्टेंट प्रोफेसर ही जायेंगे

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि विद्यालयों में एक तिहाई शिक्षक ही जायेंगे। प्रत्येक शिक्षक बारी-बारी से इसी हिसाब से विद्यालय में उपस्थित रहेंगे। राज्य में जिस तरह के हालात बन रहे हैं, उसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने यह फैसला किया है।

शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने गुरुवार को बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण सारे शिक्षण संस्थान 18 अप्रैल तक बंद कर दिये गये हैं। सरकार चिंतित है कि विद्यालय कैसे खुले और हमारे बच्चे कैसे पढऩा-लिखना शुरू करें। परंतु कोरोना जिस रफ्तार से फैल रहा है, आगे भी अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। इस परिस्थिति में भी विद्यालय में हमारे शिक्षकों की उपस्थिति अपेक्षित रही है। इस अवधि में प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकगण विद्यालय के कार्यालय संबंधी अभिलेखों का निरीक्षण, भेजे जाने वाले प्रतिवेदनों का अद्यतीकरण, लेखा-संधारण आदि का लंबित कार्य पूर्ण कर लेंगे।

साथ ही, अभी राजस्व विभाग द्वारा भूमि का सर्वे का भी कार्य चल रहा है। ऐसी स्थिति में वे अपने विद्यालय के भू-परिसम्पत्ति संबंधी दस्तावेज आदि खोज कर अंचल कार्यालय से उसका सत्यापन एवं मौलिक निरीक्षण आदि की प्रक्रिया सुनिश्चित करेंगे। जिन जिलों में सर्वे का कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है, वहां भी अभिलेख आदि प्राप्त कर आगे की तैयारी कर लेंगे।

इस बीच शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार द्वारा जिलाधिकारियों एवं जिला शिक्षा पदाधिकारियों को गुरुवार को दिये गये निर्देश के गुताबिक मध्य विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक प्रतिदिन उपस्थित रहेंगे। जहां प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं, वहां प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रतिदिन उपस्थित रहेंगे। शेष शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी प्रतिदिन बारी-बारी से 33 प्रतिशत उपस्थित रहेंगे।

वैसे प्राथमिक विद्यालय, जहां दो शिक्षक हैं, वहां बारी-बारी से शिक्षक विद्यालय में उपस्थित रहेंगे तथा जहां दो से अधिक शिक्षक पदस्थापित हैं, वहां प्रतिदिन बारी-बारी से 33 प्रतिशत उपस्थित रहेंगे।

यूनिवर्सिटी-कॉलेजों में 33 प्रतिशत असिस्टेंट प्रोफेसर ही जायेंगे

राज्य के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष पदाधिकारी तथा उनसे न्यून सभी पदाधिकारी एवं कर्मचारी बारी-बारी से प्रतिदिन 33 प्रतिशत उपस्थित रहेंगे।

इससे संबंधित निर्देश शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार द्वारा गुरुवार को जारी किये गये हैं। इसके मुताबिक विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में सह-प्राध्यापक, प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष स्तर और ऊपर के सभी पदाधिकारी प्रतिदिन उपस्थित रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि कोविड-19 संक्रमण के कारण राज्य के सभी सरकारी एवं प्राइवेट स्कूल, कॉलेज एवं कोचिंग संस्थान 18 अप्रैल तक बंद हैं।