(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। प्रारंभिक शिक्षकों की बहाली के लिए पहले चरण की हुई काउंसलिंग उर्दू शिक्षकों के अधिकांश पद खाली रह गये हैं। ऐसी भी नियोजन इकाइयां हैं, जहां उर्दू शिक्षकों के पद तो हैं, लेकिन काउंसलिंग में शामिल होने के लिए उन्हें अभ्यर्थी तक नहीं मिले।
प्रारंभिक विद्यालयों में 6ठी से 8वीं कक्षा के भाषा विषयों में उर्दू शामिल है। इसीलिए, 6ठी से 8वीं कक्षा में उर्दू की पढ़ाई भाषा के रूप में होती है। इसके साथ ही 1ली से 5वीं कक्षा के लिए सामान्य एवं उर्दू कोटि के शिक्षकों के पद हैं। लेकिन, 6ठी से 8वीं एवं 1ली से 5वीं कक्षा के दोनों ही कोटि के उर्दू शिक्षकों के मामले में नियोजन इकाइयों की स्थिति एक जैसी है।
पटना जिले को ही देखें, तो पहले चरण की काउंसलिंग में 6ठी से 8वीं कक्षा के उर्दू शिक्षकों के मसौढ़ी नगर परिषद नियोजन इकाई में दो पद, बाढ़ नगर परिषद नियोजन इकाई में दो पद, फतुहा नगर परिषद नियोजन इकाई में तीन पद और मोकामा नगर परिषद नियोजन इकाई में सात पद शामिल थे। लेकिन, इन सभी नियोजन इकाइयों की मेधा सूची में एक भी अभ्यर्थी नहीं थे, जो काउंसलिंग में शामिल होने आते। नतीजतन, इन सभी नियोजन इकाइयों में 6ठी से 8वीं कक्षा के उर्दू शिक्षकों के सभी पद खाली रह गये।
इसके इतर प्रखंड नियोजन इकाइयों के लिए 6ठी से 8वीं कक्षा के शिक्षक हेतु हुई काउंसलिंग की बात करें, तो फतुहा प्रखंड नियोजन इकाई को काउंसलिंग के लिए अभ्यर्थी तक नहीं मिले। फतुहा प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई में उर्दू शिक्षक के एक पद के लिए पांच अभ्यर्थी मेधा सूची में थे, लेकिन उनमें से एक भी काउंसलिंग में नहीं आये। अथमलगोला प्रखंड नियोजन नियोजन इकाई में छह पदों के लिए मेधा सूची में 34 अभ्यर्थी शामिल थे, लेकिन काउंसलिंग में दो ही आये और दोनों चयनित हो गये।
यानी, छह में चार पद खाली रह जायेंगे। बेलछी प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई में चार पद के लिए मेधा सूची में 18 अभ्यर्थी शामिल थे, लेकिन उनमें दो ही आये, जिनमें एक का चयन हुआ। साफ है कि तीन पद खाली रह जायेंगे। घोसवरी प्रखंड नियोजन इकाई में सात पद के लिए मेधा सूची में 237 अभ्यर्थी शामिल थे, लेकिन काउंसलिंग में 10 आये, जिनमें चार का चयन हुआ। इस प्रकार तीन पद खाली रह जायेंगे।
दूसरी ओर 1ली से 5वीं कक्षा के लिए एक भी उर्दू शिक्षक नगर निकाय नियोजन इकाइयों को नहीं मिलेंगे। इसलिए कि काउंसलिंग के लिए बनी मेधा सूची में एक भी अभ्यर्थी नहीं थे। इससे मनेर नगर पंचायत नियोजन इकाई में दो पद, बाढ़ नगर परिषद नियोजन इकाई में आठ पद, मसौढ़ी नगर परिषद नियोजन इकाई में छह पद, बख्तियारपुर नगर पंचायत नियोजन इकाई छह पद, दानापुर नगर परिषद नियोजन इकाई में सात पद एवं खगौल नगर परिषद नियोजन इकाई में एक पद खाली रह जायेंगे।
यही स्थिति कमोबेश पंचायत शिक्षक नियोजन इकाइयों के लिए 81 उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति हेतु काउंसलिंग में हुई।