पटना

पटना: बच्चों ने रचा इतिहास, नशामुक्त बनायेंगे बिहार


राज्य के अस्सी हजार सरकारी स्कूलों के बच्चों ने निकाली प्रभातफेरी

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य के अस्सी हजार सरकारी स्कूलों में शुक्रवार को उत्सवी माहौल में नशामुक्ति दिवस मना। सूर्योदय के साथ ही सभी स्कूलों से एक साथ एक समय में बच्चों ने प्रभातफेरी निकाली। देखते ही देखते गांवों के टोलों से लेकर कस्बों-शहरों के मुहल्लों तक प्रभातफेरीमय हो गये। लगा, जैसे पूरा बिहार प्रभातफेरीमय हो गया हो।

बच्चों के साथ उनके शिक्षक और शिक्षा के अधिकारी तक प्रभातफेरी में शामिल थे। बच्चों के हाथों में तख्तियां थीं, जिस पर नशामुक्ति को लेकर नारे लिखे थे। शिक्षक और अधिकारी भी बच्चों के साथ-नारे लगाते चल रहे थे। हर प्रभातफेरी स्कूल परिसर से निकली। स्कूल के पोषक क्षेत्र से गुजरते प्रभातफेरियों में शामिल बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था।

राज्य के अस्सी हजार सरकारी स्कूलों में तकरीबन 72 हजार प्रारंभिक विद्यालय हैं। जिनमें 43 हजार प्राथमिक विद्यालय हैं, जिनमें 1ली से 5वीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है। शेष 29 हजार मध्य विद्यालय हैं, जिनमें 1ली से 8वीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है। अस्सी हजार स्कूलों में बाकी बच गये आठ हजार, तो ये सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं। माध्यमिक विद्यालयों में 9वीं-10वीं की, तो उच्च माध्यमिक में 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई होती है। सभी अस्सी हजार सरकारी स्कूलों को मिला दें, तो इनमें पढऩे वालों छात्र-छात्राओं की संख्या तकरीबन ढाई करोड़ एवं पढ़ाने वाले सभी कोटि के महिला-पुरुष शिक्षकों की संख्या करीब चार लाख है। अपवाद को छोड़ दें, तो सबके सब प्रभातफेरी में शामिल थे।

प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों से निकली प्रभातफेरियों में विद्यालय शिक्षा समितियों के सदस्य भी शामिल थे। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, विद्यालय अवर निरीक्षक, कार्यक्रम पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी भी विभिन्न प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों की प्रभातफेरी में शामिल थे। इसी प्रकार माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों की प्रभातफेरियों में विद्यालय प्रबंध समितियों के सदस्यों के साथ ही स्थान-स्थान पर कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक स्तर तक के अधिकारी भी शामिल हुए।

राजधानी पटना की बात करें, तो पूरा शहर प्रभातफेरियों से पट गया था। गोलघर विद्यालय से निकली प्रभातफेरी में जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार शामिल हुए।

माध्यमिक शिक्षा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी श्याम नन्दन सहित प्राय: सभी जिला शिक्षा कार्यक्रम पदाधिकारी विभिन्न विद्यालयों की प्रभातफेरी में शामिल हुए। शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्रों की प्रभातफेरी की अपनी अलग छटा थी। प्राचार्य रवि रंजन स्वयं प्रभातफेरी की अगुआई कर रहे थे। ऐसा ही दृश्य राजधानी के सभी विद्यालयों में रहा।

प्रभातफेरियां जब स्कूलों में लौटीं, तो छात्र-छात्राओं के बीच विभिन्न प्रकार प्रतियोगिताएं भी हुईं। कहीं निबंध प्रतियोगिता, तो कहीं वाद-विवाद प्रतियोगिता हुई। कहीं चित्रकारी प्रतियोगिता, तो कहीं कविता प्रतियोगिता भी हुईं। हर प्रतियोगिता का संदेश यही था कि बिहार को नशामुक्त बनायेंगे। प्रतियोगिताओं में बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। बहरहाल, बिहार को नशामुक्त बनाने के लिए बच्चों ने इतिहास रच दिया।