शिक्षा से बिहार फिर रचेगा गौरवशाली इतिहास: नीतीश
(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यवासियों का आह्वान किया है कि बिहार को आगे बढ़ायें, विकसित करें। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को 109वें बिहार दिवस पर यहां ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 22 मार्च, 1912 को बिहार अलग प्रांत के रूप में अस्तित्व में आया। बिहार का इतिहास गौरवशाली रहा है। यह ज्ञान की भूमि है।
बिहार दिवस के आयोजन का मकसद यह है कि सबलोगों के मन में आत्मविश्वास बढ़े। सभी लोग प्रेम और आपसी भाईचारे के साथ मिल कर बिहार को आगे बढ़ायें। बिहार दिवस देश और देश के बाहर भी मनाया जाने लगा है। राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री ने बिहार दिवस पर बिहारवासियों को बधाई दी है। हमलोगों का उद्देश्य है कि सभी बच्चे-बच्चियां शिक्षित हों। जब सभी लोग शिक्षित होंगे, तभी बिहार गौरवशाली होगा।
पोशाक एवं साइकिल योजना की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि पंचायत स्तर पर प्लस-टू स्कूल दिये गये हैं। प्रजनन दर घटाने के लिए लड़कियों को शिक्षित करना जरूरी है। मैट्रिक परीक्षा में अब लडक़े-लड़कियों की भागीदारी बराबर हो गयी है। सडक़, पुल, पुलियों का निर्माण किया जा रहा है। अंडर बाईपास के निर्माण के कार्य चल रहे हैं।
प्रशासनिक सुधार के क्षेत्र में कई कार्य किये गये हैं। जल-जीवन-हरियाली के तहत 15229 जल स्त्रोतों, तालाब, आहर, पईनों को अतिक्रमणमुक्त किया गया है। पांच एकड़ तक 6425 तालाब, पांच एकड़ से बड़े 696 तालाब, 17917 आहर, पईन का जीर्णोद्धार तथा 10 169 सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार किया गया है। कुओं के पास 13802 एवं चापाकल के पास एक लाख सोख्ता का निर्माण कराया जा चुका है।
मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि गंगा जल उद्वह योजना के तहत बोधगया, गया, राजगीर और नवादा के सभी घरों में गंगाजल को शुद्ध पेयजल के रूप में उपलब्ध कराया जायेगा। मौसम अनुकूल कृषि को बढ़ावा दिया जा रहा है। आठ जिलों में इसकी शुरुआत की गयी है। 24 पौधे लगाने के लक्ष्य के विरुद्ध 19 करोड़ पौधे लगाये गये हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रतीक चिन्ह भेंट कर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने उनका स्वागत किया। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बिहार का इतिहास सदियों से गौरवशाली रहा है। ज्ञान और प्रकृति बिहार बड़ी विरासत है। बिहार ने दुनिया को ज्ञान से आलोकित किया। बुद्ध को भी यहीं ज्ञान की प्राप्ति हुई।
उपमुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी ने बिहार को हमें एक बार फिर उसी ऊंचाई पर ले जाना है। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बिहार के विकास के केंद्र में शिक्षा है। उन्होंने बिहारवासियों का आह्वान किया कि एक भी बच्चा स्कूल से बाहर नहीं रहें, अशिक्षित नहीं रहें, इसलिए ‘प्रवेशोत्सव’ को सफल बनायें।
ज्ञान भवन में मुख्यसचिव अरुण कुमार सिंह एवं विकास आयुक्त आमिर सुबहानी भी थे। प्रारंभ में शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार ने आयोजन के औचित्य की चर्चा करते हुए अतिथियों का स्वागत किया। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम की शुरुआत राज्य गीत से हुई। इस अवसर पर कला एवं शिल्प महाविद्यालय के छात्रों ने चित्र प्रदर्शनी भी लगायी, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह ने किया।