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पटना: भीड़ ने पुलिस को खदेड़ा, ASI और मीडियाकर्मी जख्मी; हालात पर काबू पाने में प्रशासन नाकाम


पटना, । पटना के नदी थाना क्षेत्र के जेठुली गांव में सोमवार को एक बार फिर से तवान भड़क गया है। रविवार को दर्जनों राउंड फायरिंग और आगजनी की घटना के बाद उपद्रवियों ने सोमवार सुबह में फिर विवाह घर में आग लगा दी। बताया जा रहा है कि भीड़ ने एक मीडिया कर्मी को भी पीटा और उसका कैमरा तोड़ दिया। 

वहीं, पुलिस पूरी तरह से हालात पर काबू पाने में नाकाम साबित होती दिख रही है। आक्रोशित भीड़ ने मौके पर पहुंची पुलिस बल को भी खदेड़ दिया। उपद्रवी तत्‍वों को हटाने में एक एएसआई भी जख्मी हो गया है। कुछ घरों में लूटपाट की बात भी सामने आ रही है।

बताया जा रहा है कि रविवार को फायरिंग में दो लोगों की मौत के बाद आक्रोशित भीड़ ने सोमवार को पुलिस पर फिर से पथराव भी किया गया है। मुख्य आरोपित सहित दो दर्जन से अधिक लोगों की तलाश में पुलिस जुटी है। अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

बता दें कि नदी थाना क्षेत्र के जेठुली गांव में रविवार को दो पक्षों में टकराव की शुरुआत दोपहर करीब 1:30 बजे हुई। दोनों पक्षों के घर आसपास हैं। पुलिस की मानें तो जेठुली गांव के बिट्टू कुमार तथा उमेश राय व बच्चा राय के बीच गंगा घाट के किनारे ट्रैक्टर पार्किंग को लेकर कहासुनी और गाली-गलौज हो रही थी। इसी बीच दूसरे पक्ष (उमेश राय) के लोग लाठी-डंडा और हथियार से लैस होकर पहुंच गए और पहले पक्ष (बिट्टू कुमार) के लोगों पर फायरिंग कर दी। पांच लोगों को गोली लग गई। इसके बाद दूसरे पक्ष से भी लोग जुट गए और दोनों ओर से हवाई फायरिंग होने लगी।

दो पक्ष की तरफ से दर्जनों राउंड फायरिंग हुई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से जख्मी हैं। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष मीणा देवी पति उमेश राय के घर और पास में अवस्थित विवाह घर को आग के हवाले कर दिया। एक अन्य मकान को भी जलाने का प्रयास किया गया। एक गाड़ी को भी आग लगा दी गई। विवाह घर में फंसे आधा दर्जन से अधिक लोगों को पुलिस ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला।

दोनों पक्ष के लोगों का दुस्साहस ऐसा कि फायरिंग और आगजनी के बाद भी पुलिस के सामने ही पथराव करते रहे। इस दौरान जेठुली गांव से गुजरने वाला फतुहा पटना स्टेट मार्ग करीब दो घंटे तक रणक्षेत्र बना रहा। मार्ग पर वाहनों का परिचालन बंद रहा। घटना की सूचना मिलते ही एक दर्जन से अधिक थानों की पुलिस गांव में पहुंच गई। पुलिस लाइन से अतिरिक्त सौ जवानों को गांव में भेजा गया। पूरा गांव पुलिस छावनी में बदल दिया गया है। बावजूद इसके सोमवार को फिर से हिंसा भड़क गई।