पटना

पटना में बाहर से आए लोगों की होगी पहचान, देना होगा जांच का पूरा लेखा-जोखा


डोर-टू-डोर सर्वे के लिए डीएम के कड़े निर्देश

पटना। दूसरे जिलों और राज्यों से पटना आने वाले लोगों की कोरोना जांच की जाएगी। इसके लिए डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने अफसरों को निर्देश दिया है। उन्होंने नगर निगम अधिकारी, कर्मचारी के अलावा दूसरे विभागों के साथ सामंजस्य बनाकर टीमों की गठन का निर्देश दिया है।

डीएम ने एक प्रारूप भी तैयार की है। जहां डोर-टू-डोर लोगों के घर पहुंचकर उनकी पहचान की जाएगी और उनके परिवार के किसी भी सदस्य में कोरोना लक्षण और संक्रमण की स्थिति का लेखा-जोखा प्रारूप में भरना होगा। ताकि समय रहते ऐसे संक्रमित लोगों को आइसोलेट किया जा सके और उनका इलाज शुरू हो जाय।

इस संबंध में डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने गुरुवार को एक बैठक ली। जिसमें सर्वेक्षण कोषांग के अधिकारियों के साथ जानकारी हासिल की। अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न प्रखंडों में आगंतुकों की पहचान की जा रही है। लेकिन इसका पूरा आंकड़ा संकलन अभी तक नहीं हो सका है।

इस मौके पर डीएम ने नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारियों के सहयोग से राजधानी के सभी वार्डों में लोगों की पहचान संबंधी प्रपत्र संकलित करने का निर्देश दिया। इस प्रपत्र में संबंधित नागरिक का नाम, पूरा विवरण, वार्ड संख्या, कांटेक्ट नंबर, उम्र, घर आने की तिथि, कोरोना जांच रिपोर्ट की स्थिति, पॉजिटिव पाए जाने पर घर में 10 दिन आइसोलेट रहने का पूरा विवरण आदि देना होगा।

इस प्रारूप के प्राप्त होने के बाद संक्रमितों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपा जाएगा। बैठक में डीएम को यह भी जानकारी दी गई कि कुछ शिक्षकों के कोरोना संक्रमित हो जाने की वजह से उनका नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्ति नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से सर्वेक्षण का कार्य प्रभावित हुआ है। इस पर डीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति जल्द से जल्द नियंत्रण कक्ष के लिए करें। ताकि सर्वे का काम सुचारू रूप से चालू हो सके।