पटना

पटना: वेतन विसंगति दूर करने पर होगा विचार


शिक्षा मंत्री का माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षकों को भरोसा

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने आश्वासन दिया है कि माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों तथा पुस्तकालयाध्यक्षों के वेतन विसंगति के निराकरण पर सरकार विचार करेगी।

यह आश्वासन उन्होंने शनिवार को बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के शिष्टमंडल के साथ हुई वार्ता में दिया। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष व विधान पार्षद केदारनाथ पाण्डेय एवं महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्र प्रसाद सिंह ने बताया कि वार्ता में शिक्षा मंत्री ने कहा कि नियोजित माध्यमिक शिक्षकों, उच्च माध्यमिक शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों की वेतन विसंगति दूर करते हुए १५ प्रतिशत वृद्धि करने एवं छठे वेतनमान में वेतन निर्धारण के समय राज्यकर्मियों के लिए लागू अनुशंसित वेतन संरचना की अनुसूची दो के अनुसार मूल प्रवेश वेतन नहीं निर्धारित करते हुए सभी कोटि के शिक्षकों को ५२०० में ही छोड़कर मूल प्रवेश वेतन करने से उत्पन्न विसंगतियां दूर करने पर सरकार विचार करेगी।

शिष्टïमंडल ने बताया कि सातवें वेतन पुनरीक्षण में भी लागू पे-मैट्रिक्स लागू किये जाने से उत्पन्न पुन: नयी विसंगतियां एवं शिक्षक नियोजन नियमावली, २०१२ में निर्दिष्टï विभागीय पत्रों के आलोक में वरीय शिक्षकों को प्रति वर्ष वार्षिक वेतन वृद्धि लागू नहीं कर तीन वर्ष पर एक वार्षिक वेतन वृद्धि लागू करने से तीन वर्ष के अंदर नियुक्त शिक्षकों के वेतन में कोई अंतर नहीं रह गया है। शिक्षकों को दो वर्ष तक गे्रड-पे से वंचित कर ग्रेड-पे देने के समय वेतन निर्धारण के समय वरीय शिक्षकों का वेतन कनीय शिक्षकों से कम हो गया।

वार्ता में सेवा निरंतरता को भूतलक्षी प्रभाव से लागू करने, प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति, प्रोन्नति में शारीरिक प्रशिक्षित स्नातकोत्तर शिक्षकों को शामिल करने तथा प्रशिक्षित स्नातकोत्तर के समकक्ष मानते हुए मूल्यांकन में शामिल करने, नियमित शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों को ६६०० ग्रेड-पे की सुविधा देने, नियोजित शिक्षकों के अवकाशों की स्वीकृति का अधिकार प्रधानाध्यापकों को देने पर चर्चा हुई।

वार्ता में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष व विधान पार्षद केदारनाथ पाण्डेय, महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्र प्रसाद सिंह, विधान परिषद के सदस्य प्रो. संजय कुमार सिंह, प्रभारी महासचिव विनय मोहन, राज्य कार्यसमिति सदस्य डा. मृत्युंजय कुमार, प्रवीण, राजीव कुमार एवं शेखपुरा जिलाध्यक्ष रवि कुमार शामिल थे।