(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। सूबे के तकरीबन 80 हजार सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 1ली से 9वीं कक्षा में दाखिले के लिए विशेष नामांकन अभियान ‘प्रवेशोत्सव’ का सोमवार को शुभारंभ करते हुए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इसे सफल बनाने शिक्षकों का शिक्षकों का आह्वान किया तथा कहा कि पहली अप्रैल से शुरू होने वाले नये शैक्षिक सत्र के पहले एक भी बच्चा नामांकन से वंचित नहीं रहें।
शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने स्थानीय अदालतगंज कन्या मध्य विद्यालय से निकली प्रभातफेरी की अगुआई की। इसमें शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार, सचिव असंगबा चुबा आओ, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह, शिक्षा विभाग के विशेष सचिव सतीश चंद्र झा तथा शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक डॉ. विनोदानंद झा भी शामिल थे। बच्चों की प्रभातफेरी तारामंडल, डाकबंगला चौराहा एवं गांधी मैदान जे. पी. गोलम्बर होते हुए ए. एन. सिन्हा इन्स्टीच्यूट तक गयी तथा वहां सभा में बदल गयी।
शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि पिछला साल दु:खदायी रहा। कोरोनाकाल की वजह से बच्चों की पढ़ाई की क्षति हुई। प्रवेशोत्सव का मतलब उसे पाटना है, शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन कराना है। यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बच्चा स्कूल से बाहर नहीं रहे। बच्चों की पढ़ाई की निरंतरता बनी रहे। बच्चों का नामांकन हर परिवार एवं समाज का दायित्व है।
स्कूल में वातावरण शिक्षकों के हाथ में है। यह अभियान सफल रहा, तो राज्य में एक भी बच्चा निरक्षर नहीं रहेगा। हम शिक्षकों की परेशानियां भी दूर करेंगे। उनकी कठिनाइयां दूर करेंगे। स्कूल में बच्चों को शिक्षक अपने बच्चे की भांति पढ़ायें। छोटे बच्चों के लिए स्कूल का कोई विकल्प नहीं है। बच्चे स्कूल में ही आचार-विचार सीखते हैं।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री ने कला जत्थे के कलाकारों को भी जागरूकता अभियान के लिए विदा किया। कला जत्थे के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां भी दीं। प्रारंभ में अपर मुख्यसचिव संजय कुमार ने प्रवेशोत्सव के औचित्य की चर्चा की। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह धन्यवाद ज्ञापन किया।