पटना

पटना: शिक्षा विभाग ने मांगा 36 करोड़ का हिसाब


(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय ने शिक्षा विभाग को 36 करोड़ 25 लाख 84 हजार 237 रुपये का हिसाब नहीं दिया है। यह राशि सम्बद्ध  डिग्री कॉलेजों के अनुदान मद की है।

यह मामला शिक्षा विभाग में शनिवार को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक में उठा। विभाग के डॉ. मदन मोहन झा स्मृति सभागार में समीक्षा बैठक घंटों चली। इसकी अध्यक्षता शिक्षा सचिव असंगबा चुबा आओ ने की। समीक्षा बैठक में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति भी थे।

सम्बद्ध कॉलेजों हेतु स्नातक शैक्षिक सत्र 2009-12 एवं 2010-13 के लिए 34 करोड़ 58 लाख 66 हजार 400 रुपये  तथा स्नातक शैक्षिक सत्र 2008-11 के लिए एक करोड़ 67 लाख 17 हजार 837 रुपये की दी गयी राशि के यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट के लिए विश्वविद्यालय ने समय लिया है। 34 करोड़ 58 लाख 66 हजार 400 रुपये  का  यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट विश्वविद्यालय एक सप्ताह में देगा। बाकी एक करोड़ 67 लाख 17 हजार 837 रुपये का यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट विश्वविद्यालय मार्च तक देगा।

बैठक में विश्वविद्यालय से सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों के प्रधानाचार्यों के मोबाइल नम्बर एवं ई-मेल आईडी भी मांगे गये। विश्वविद्यालय में तकरीबन 45 सम्बद्ध डिग्री कॉलेज हैं। बैठक में और भी कई निर्णय लिये गये हैं। बैठक में उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमारी, उपनिदेशक अजीत कुमार, डॉ. दीपक कुमार सिंह, शाश्वतानंद झा, विनय कुमार एवं प्रदीप कुमार सहित शिक्षा विभाग एवं विश्वविद्यालय के सभी संबंधित अधिकारी शामिल थे।

आठ फरवरी को मुंगेर विश्वविद्यालय, 10 फरवरी को भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, 12 फरवरी को पूर्णिया विश्वविद्यालय एवं 15 फरवरी को तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक होनी है। विश्वविद्यालयों की तमाम लंबित समस्याओं के निराकरण के लिए राज्य सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा विश्वविद्यालयवार समीक्षा बैठक की जा रही है।