पटना

पटना: शुरू हुई मध्यमा की परीक्षा


केंद्र पर औचक रूप से पहुंचीं अध्यक्ष

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक के बाद बुधवार को मध्यमा की परीक्षा शुरू हुई। यह परीक्षा भी इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक की हुई परीक्षा की तर्ज पर ही ली जा रही है। परीक्षा के पहले ही दिन बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. भारती मेहता ने यहां सर गणेशदत्त पाटलिपुत्र उच्च माध्यमिक विद्यालय परीक्षा केंद्र पर औचक रूप से पहुंच कर परीक्षा संचालन की स्थिति का जायजा लिया। उनके साथ बोर्ड के सचिव अनिल कुमार भी थे। परीक्षा कदाचारमुक्त माहौल में चल रही थी।

स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन के लिए सभी परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। परीक्षा संचालन प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग की व्यवस्था की गयी है। सभी जिलों में नोडल पदाधिकारी तैनात किये गये हैं। मैट्रिक के समतुल्य है मध्यमा। इसकी  परीक्षा बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड द्वारा ली जाती है।

खास बात यह है कि खास बात यह है कि वर्ष 2020 एवं वर्ष 2021 की मध्यमा परीक्षा एक साथ शुरू राज्य के 35 जिलों में 99 परीक्षा केंद्रों चल रही है। इसमें शामिल होने के लिए 31,729 परीक्षार्थी छात्र-छात्राओं द्वारा परीक्षा फॉर्म भरे गये हैं। इनमें 23,031 परीक्षार्थी वर्ष 2020 की मध्यमा परीक्षा के हैं, जबकि 8,698 परीक्षार्थी वर्ष 2021 की मध्यमा परीक्षा के। 99 परीक्षा केंद्रों में  से 61 परीक्षा केंद्रों में वर्ष 2020 की मध्यमा परीक्षा चल रही है। बाकी 38 परीक्षा केंद्र वर्ष 2021 की मध्यमा परीक्षा चल रही है।

दरअसल, कोरोना की वजह से वर्ष 2020 की मध्यमा परीक्षा लंबित रह गयी थी। ऐसा माना जा रहा है कि वर्ष 2021 की मध्यमा परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या भी कोरोनाकाल को लेकर ही घटी है।

बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड को जिलों से मिली खबर के मुताबिक परीक्षा पूरी तरह से शांतिपूर्ण, स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त माहौल में चल रही है। कहीं से किसी प्रकार की अप्रिय घटना की खबर नहीं है। परीक्षा छह मार्च तक चलेगी।