पटना

पटना: सरकारी स्कूलों में बजी दाखिले की डुगडुगी


    • 10 से शुरू होगा 1ली से 9वीं कक्षा में नामांकन
    • छह वर्ष के बच्चों का नामांकन 1ली कक्षा में
    • अप्रैल से होगी कैचअप कोर्स की पढ़ाई
    • 9वीं कक्षा में नामांकन के लिए एसएलसी जरूरी
    • अनामांकित व छीजित बच्चों का दाखिला 15 तक

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य के सरकारी स्कूलों में 1ली से 9वीं कक्षा में दाखिले की डुगडुगी बज गयी है। 10 मार्च से स्कूलों में नामांकन प्रारंभ हो जायेगा। छह वर्ष के बच्चों का नामांकन 1ली कक्षा में होगा। अनामांकित एवं छीजित बच्चे 15 मार्च तक नामांकित कराये जायेंगे। 5वीं तक की शिक्षा प्राप्त कर चुके बच्चों का नामांकन प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक नजदीक के मध्य विद्यालय में करायेंगे।

इसी प्रकार 8वीं तक की शिक्षा प्राप्त कर चुके बच्चों का नामांकन मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक नजदीक के उच्च विद्यालय में करायेंगे। 20 मार्च तक चलने वाले राज्यव्यापी विशेष नामांकन अभियान का नाम दिया गया है- प्रवेशोत्सव। इसकी शुरूआत आठ मई को प्रभातफेरी से होगी। इसमें आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी एवं शिक्षा सेवकों की सक्रिय भागीदारी होगी।

इस बाबत समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्यसचिव अतुल प्रसाद, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविंद चौबे के संयुक्त हस्ताक्षर से सभी जिलाधिकारियों को  निर्देश के साथ गाइडलाइन जारी किये गये हैं। इसके मुताबिक हर जिले में जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी होगी। उसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रारंभिक शिक्षा व समग्र शिक्षा अभियान, माध्यमिक शिक्षा तथा आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी और जीविका के डीपीएम शामिल होंगे।

इसमें पूर्ण सामुदायिक सहयोग के लिए विद्यालय शिक्षा समिति के साथ पोषक क्षेत्र के शिक्षा सेवक, तालिमी मरकज, आंगनबाड़ी सेविका एवं जीविका समूह का आपस में समन्वय होगा। यह जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक की होगी। प्रवेशोत्सव के प्रचार-प्रसार के लिए प्रभातफेरी, माइकिंग, साइकिल रैली, कला जत्था एवं सोशल मीडिया के माध्यम से गांव-टोले के हर घर तक जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। आठ मार्च की प्रभातफेरी में बच्चों, अभिभावकों, स्थानीय जनसमुदाय, शिक्षक, टोला सेवक, तालिमी मरकज के शिक्षा स्वयंसेवी, आंगबाड़ी सेविका की भागीदारी होगी।

छह वर्ष के बच्चे के 1ली कक्षा में नामांकन के लिए आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी एवं शिक्षा सेवक उन्हें विद्यालय लाने में सहयोग करेंगे। 16 मार्च को विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक होगी, जिसमें किसी भी कारण से नामांकन से छूट गये बच्चों की पहचान सुनिश्चित कर उनके दाखिले के लिए समुदाय से सम्पर्क किया जायेगा। इसकी मॉनीटरिंग जिला शिक्षा पदाधिकारी करेंगे। जिला स्तर पर विद्यालयवार नामांकन का लक्ष्य होगा।

20 मार्च के बाद प्रधानाध्यापक यह प्रमाणपत्र देंगे कि उनके विद्यालय के पोषक क्षेत्र में कोई भी बच्चा अनामांकित नहीं है। 9वीं कक्षा में दाखिले के लिए एसएलसी जरूरी होगा। उसके नीचे की कक्षाओं में अभिभावक के घोषणापत्र के आधार पर उम्र सापेक्ष कक्षा में नामांकन लिया जायेगा।