(आज समाचार सेवा)
पटना। जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने होम आइसोलेशन मे रह रहे लोगों का समुचित ट्रैकिंग करने, मेडिसिन उपलब्ध कराने तथा हालचाल पूछने तथा मॉनिटरिंग प्रणाली को सख्त बनाने का निर्देश दिया है ताकि होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को कोई कठिनाई न हो तथा वे इच्छा अनुसार घर पर भी आसानी से संक्रमण से मुक्त हो सकें।
होम आइसोलेशन के प्रबंधन तथा प्रभावी मॉनिटरिंग हेतु जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह द्वारा जूम के माध्यम से बैठक कर अधिकारियों को निर्देश दिया गया। उन्होंने उप विकास आयुक्त को होम आइसोलेशन सेल का गठन कर अधिकारियों एवं कर्मियों की तैनाती करने तथा प्रतिदिन लगातार मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया है। कंटैक्ट ट्रेसिंग सेल के अतिरिक्त उन्होंने कोरोना कंट्रोल रूम से भी फोन करने तथा हाल चाल पूछने का निर्देश दिया है।
होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को ऑन कॉल डिमांड पर मेडिकल की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु 30 मोबाइल मेडिकल टीम की तैयारी की गई है जिसे 12 जनवरी को शुरू किया जाएगा। 30 मेडिकल टीम मे से 23 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए तथा 7 मोबाइल मेडिकल टीम शहरी क्षेत्र के लिए कार्य करेगा। प्रत्येक मोबाइल टीम में डॉक्टर दवा एवं वैक्सीन रहेगा जो होम आइसोलेशन के व्यक्तियों को मेडिकल सुविधा प्रदान करेगा।
मोबाइल मेडिकल टीम के द्वारा होम आइसोलेशन के लोगों को आवश्यक मेडिकल फैसिलिटी उनके कॉल के अनुसार दी जाएगी। होम आइसोलेशन के व्यक्तियों की प्रभावी मॉनिटरिंग तथा मेडिकल फैसिलिटी उपलब्ध कराने हेतु हीट कोविड एप्प शुरू करने का निर्देश दिया गया तथा पोर्टल पर डाटा एंट्री कर प्रतिदिन की मॉनिटरिंग करने को कहा गया।
सोमवार को कुल 31876 व्यक्तियों का वैक्सीनेशन किया गया। इसमें से 15 वर्ष से 18 वर्ष तक के बच्चों को 13290 वैक्सीनेशन किया गया। 15 से 18 आयु वर्ग को अब तक 1045 65 बच्चों को वैक्सीनेशन किया गया है। 3590 व्यक्तियों को प्रिकॉशनरी डोज दिया गया है। समीक्षा के दौरान पाया गया कि जिला अंतर्गत 720 स्कूलों में से 611 स्कूल को वैक्सीनेशन से आच्छादित कर दिया गया है तथा शेष 109 स्कूल बचे हैं। सरकारी 467स्कूलों में से 409 स्कूलों को वैक्सीनेशन से आच्छादित कर दिया गया है तथा शेष 58 स्कूल रह गए हैं।
253 प्राइवेट स्कूलों में से 202 स्कूल को आच्छादित कर दिया गया है शेष 51 स्कूल बचे हैं। जिलाधिकारी ने 1 सप्ताह के भीतर सभी स्कूलों के 15 वर्ष से 18 वर्ष तक के आयु वर्ग के बच्चों को टीकाकरण से आच्छादित करने का निर्देश दिया। संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बच्चों का वैक्सीनेशन जरूरी है। स्कूल प्रबंधन एवं बच्चों के अभिभावक को संबंधित स्कूल अथवा निकटतम टीकाकरण केंद्र पर बच्चों को टीकाकृत कराने का निर्देश दिया गया है।