पटना

दूरियां मिटीं, लोगों से रू-ब-रू हुए सीएम


डॉकौशलेंद्र

बिहारशरीफ। नालंदा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनसंपर्क यात्रा के पहले दिन लोगों का अपार समर्थन मिला। कार्यक्रम स्थल के अलावे मुख्यमंत्री जिन-जिन मार्गों से होकर गुजरे उन मार्गों पर जगह-जगह पर सैकड़ों और हजारों की संख्या में लोग एकत्रित होकर ना केवल नारेबाजी की बल्कि फूल-मालाओं से भी लादा। यही वजह रही कि मुख्यमंत्री का कारवा हरेक कुछ दूरी पर रूकता रहा। खास बात यह रही कि इस यात्रा में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में नहीं बल्कि आज 16 वर्ष पूर्व जब वे सांसद और मंत्री हुआ करते थे उसी अंदाज में लोगों से मिलते रहे। मुख्यमंत्री की सुरक्षा की व्यवस्था तो थी लेकिन मुख्यमंत्री कतार में बैठे अपने दल के कार्यकर्ताओं और क्षेत्र के लोगों से एक-एक कर मिलते रहे और धैर्यपूर्वक उनकी समस्याएं और बातें सुनी।

मुख्यमंत्री के इस संपर्क यात्रा में चंडी, नगरनौसा और थरथरी के प्रायः गांवों से उनके पुराने जानने वाले लोग तो पहुंचे हीं थे पार्टी के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। खास बात यह रही कि सड़कों पर और रास्तों में भारी संख्या में युवा वर्ग भी उनके स्वागत में खड़े दिखे।

कड़ाके की धूप के बावजूद सड़क लोगों से गुलजार रही। होली जैसे त्योहार को लेकर लोगों में भागमभाग की स्थिति थी। बावजूद इसके लोग सीएम के कार्यक्रम में मुस्तैदी पूर्वक तैनात थे। इस इलाके में उत्सवी माहौल रहा। ना कोई चुनाव था और ना हीं कोई प्रचार और ना हीं मुख्यंमंत्री के इस संपर्क यात्र का विशेष प्रचार किया गया था। बावजूद इसके जिनको जहां सुविधा मिली काफी संख्या में लोग एकत्रित हुए थे।

इस जनसंपर्क यात्रा में कार्यकर्ता कुर्सी पर बैठे रहे और मुख्यमंत्री लोगों के बीच जाकर उनकी बातों को सुनते रहे। काफी संख्या में महिलाएं भी इस कार्यक्रम में शिरकत की। खास बात यह देखी गयी कि सभी लोग अपनी शिकायत लेकर नहीं पहुंचे थे। कुछ लोग इस जनसंपर्क यात्रा में मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री भी ऐसे लोगों से उनका हाल-चाल और स्वास्थ्य की जानकारी ली। चंडी में तो एक 89 वर्षीय उनके समर्थक पहुंचे थे, जिन्हें कोई समस्या नहीं थी। वे सिर्फ इसलिए पहुंचे थे कि वे नीतीश कुमार के किये कार्यों से काफी प्रभावित थे। उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें दुआ दी और इसी तरह काम करते रहने और स्वस्थ रहने की कामना की। नगरनौसा और थरथरी में भी कई ऐसे लोग पहुंचे थे जो सिर्फ नीतीश कुमार से मुलाकात करना चाहते थे।

आगामी कल मुख्यमंत्री की जनसंपर्क यात्रा उनके राजनीति के शुरुआती दिनों वाले प्रखंडों रहुई और हरनौत में होनी है जहां वे 1977 से लगातार जुड़े रहे है। इन दोनों प्रखंडों में मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम को लेकर और उत्साह है। गांव के नुक्कड़ों पर आजकल नीतीश कुमार के इसी जनंसपर्क यात्रा की चर्चाएं चलती रही है। हालांकि कल होलिका दहन है बावजूद इसके दोनों हीं प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रें से काफी संख्या में लोग के पहुंचने की उम्मीद है। रहुई में तो जगह-जगह पर ग्रामीणो ने तोरणद्वार बनाकर स्वागत की तैयारी की है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनसंपर्क यात्रा का दूसरा चरण होली के बाद होना है और इस प्रकार जिले के सभी 20 प्रखंडों में उनका कार्यक्रम होना है। बिहारशरीफ जिला मुख्यालय के अलावे ग्रामीण क्षेत्र में भी उनका अतिरिक्त कार्यक्रम है। जनसंपर्क यात्रा के क्रम में नालंदा में कुल 21 स्थानों पर वे कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। सीएम बनने के बाद सुरक्षा आदि के कारणों से समय के साथ-साथ लोगों से सीधे मिलने का उनका दायरा घटता चला गया था। सुरक्षा को लेकर लोगों से दूरियां बनी रहती थी लेकिन इस यात्रा में दूरी समाप्त होती दिख रही है।

उनके विशेष सुरक्षा दल जरूर तैनात होते है लेकिन सीएम लोगों के बीच जाकर उनसे सीधा संवाद कर रहे है, जिसको लेकर क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त उत्साह है। लोग यह कहते थक नहीं रहे कि मुख्यमंत्री जैसे व्यस्ततम पद पर रहने के बावजूद नालंदा के लोगों के लिए इतना समय निकाला है और हरेक पुराने साथियों और कार्यकर्ताओं की खोजखबर रख रहे है।