(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य के सभी 72 हजार प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में 1ली कक्षा में विशेष नामांकन अभियान जारी रहेगा। 1ली से 9वीं कक्षा में दाखिले के लिए चलाये गये विशेष नामांकन अभियान ‘प्रवेशोत्सव’ के अंतिम दिन तक 35 लाख 92 हजार 601 बच्चों का दाखिला हुआ है।
इसके तहत 1ली कक्षा में 14 लाख 37 हजार 989 बच्चे, 6ठी कक्षा में 6 लाख 89 हजार 726 बच्चे, 9वीं कक्षा में 5 लाख 80 हजार 268 बच्चे तथा 2री, 3री, 4थी, 5वीं एवं 7वीं कक्षा में 8 लाख 84 हजार 618 बच्चों का दाखिला हुआ है। 6 हजार 158 दिव्यांग बच्चों का भी दाखिला हुआ है।
अंतिम दिन की रिपोर्ट के मुताबिक सीतामढ़ी जिले में प्रति विद्यालय 86, मधेपुरा में प्रति विद्यालय 85, पूर्णिया में प्रति विद्यालय 83, वैशाली में प्रति विद्यालय 76, अरवल में प्रति विद्यालय 73, शिवहर में प्रति विद्यालय 72, मुजफ्फरपुर में प्रति विद्यालय 64, नालंदा एवं सुपौल में प्रति विद्यालय 60, अररिया एवं पश्चिम चंपारण में प्रति विद्यालय 58, किशनगंज में प्रति विद्यालय 57, भागलपुर में प्रति विद्यालय 55, सारण में प्रति विद्यालय 54, बेगूसराय एवं सिवान में 53, जमुई में 52, दरभंगा में प्रति विद्यालय 51, खगडिय़ा में प्रति विद्यालय 48, मुंगेर एवं सहरसा में प्रति विद्यालय 47, मधुबनी में प्रति विद्यालय 46, नवादा में प्रति विद्यालय 45, लखीसराय एवं शेखपुरा में प्रति विद्यालय 43, भोजपुर में प्रति विद्यालय 42, पूर्वी चंपारण, बक्सर एवं रोहतास में प्रति विद्यालय 41, बांका एवं समस्तीपुर में प्रति विद्यालय 39, गया में प्रति विद्यालय 38, औरंगाबाद में प्रति विद्यालय 36, गोपालगंज में प्रति विद्यालय 35 तथा कैमूर में प्रति विद्यालय 29 बच्चों के दाखिले हुए हैं।
जिलों में पटना ने मारी बाजी
राज्य में प्रथम स्थान हासिल कर पटना जिले ने बाजी मार ली है। महादलित, दलित एवं अल्पसंख्यक अति पिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के तहत जनशिक्षा निदेशालय एवं प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा संचालित ‘करो ना थोड़ी मस्ती, थोड़ी पढ़ाई’ कार्यक्रम के क्विज-सात में पटना जिले ने पूरे राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसमें पटना जिले से 38,707 बच्चों ने अपने विद्यालय में कार्यरत शिक्षासेवक एवं शिक्षासेवक तालीमी मरकज के सहयोग से भाग लिया।
पटना जिला में विक्रम प्रखंड ने पहला, मोकामा ने दूसरा एवं पटना सदर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। बच्चों की अधिकाधिक सहभागिता सुनिश्चित करने में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (साक्षरता) श्यामनंदन, इंद्रमोहन प्रसाद, आनंद ओझा, डॉ. सोनी कुमारी, एसआरजी, प्रथम संस्थान की समन्वयक गीता पासवान एवं सभी प्रखंड केआरपी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी एवं क्विज का निरंतर अनुश्रवण एवं प्रबोधन किया।