पटना

पड़ोसी की बुरी नजर का किया विरोध, तो मारा चाकू


      • आधी रात सोये अवस्था में मनचले युवक ने 16 वर्षीया लडक़ी के पेट में घोंप डाला चाकू
      • फुलवारी के निजी हॉस्पिटल में चल रहा इलाज

फुलवारीशरीफ। वैशाली के गोरौल थाना क्षेत्र के चेहराकलां प्रखंड के करहटिया गांव में एक 16 साल की नाबालिग लडक़ी को उसके पड़ोसी मनचले युवक ने सोये अवस्था में चाकू मार बुरी तरह जख्मी कर दिया। मनचले युवक मो. हुसैन पिता मो. असगर अली की बुरी नजर का विरोध करने पर हुसैन ने लडक़ी पर जानलेवा हमला कर दिया। नाबालिक लडक़ी के शोर मचाने पर हमलावर फरार हो गया। घटना के बाद परिजनों ने लडक़ी को अस्पताल पहुंचाया, जहां से बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया।

पटना के फुलवारीशरीफ के एक हॉस्पिटल में इलाजरत नाबालिग लडक़ी न्याय की गुहार लगा रही है। फुलवारी के एक रिश्तेदार की मदद से फुलवारीशरीफ थाना अस्पताल पहुंचकर लडक़ी का बयान लिया है। उधर गांव में मौजूद पीडि़ता की भाभी को हमलावर मो. हुसैन के परिजन मामला मैनेज करने की धमकी दे रहे हैं। घटना से परिजनों में डर और खौफ का माहौल है। फुलवारी के अस्पताल में पीडि़ता अपने भतीजे और एक महिला परिजन के सहारे इलाज करा रही है।

जानकारी के अनुसार पड़ोसी की बुरी नजर का विरोध करने पर 16 साल की नाबालिग लडक़ी को चाकू मार मनचले युवक ने जानलेवा हमला कर दिया। लडक़ी की हत्या का प्रयास करने वाला बदमाश वारदात के बाद फरार हो गया। मनचले युवक ने लडक़ी पर आधी रात में उस समय जानलेवा हमला किया जब वह अपने कमरे में सो रही थी। अचानक जानलेवा हमले से घबराई लडक़ी ने जब बचने की कोशिश की, तो मनचले चाकू के कई वार कर बुरी तरह लहूलुहान कर दिया।

घटना के वक्त लडक़ी के 90 साल के वृद्ध पिता भी कमरे में सो रहे थे। लडक़ी के चिल्लाने पर परिवार वाले जागे और आसपास के लोगों की मदद से कृष्णा हॉस्पिटल महुआ ले गये। लडक़ी की नाजुक हालत देखते हुए वहां से पटना रेफर कर दिया गया। पटना के बाईपास में मेडिवर्ल्ड हॉस्पिटल में परिजनों से इलाज के नाम पर करीब 35 से 40 हजार रुपये ऐंठ लिये लेकिन गंभीर रूप से घायल लडक़ी की हालत में सुधार नहीं हुआ, तब परिजन बेहतर इलाज के लिए फुलवारीशरीफ लेकर आये।

फुलवारीशरीफ के हारुण नगर मे एक रिश्तेदार मो. सदरे आलम के मदद से सिटी हॉस्पिटल हारून नगर में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। लडक़ी की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। लडक़ी की मां की मौत हो चुकी है, जबकि पिता काफी वृद्ध है। पीडि़ता नाबालिग लडक़ी अपनी भाभी के साथ रहती है, वहीं उसके भाई मुम्बई में एक बिल्डर के घर मुंशी का काम करते हैं।

घायल लडक़ी के परिजनों ने बताया कि घटना के बाद इलाज कराने के लिए लेकर अस्पताल चले गये जिसके चलते वहां के स्थानीय गोरौल थाना में मामला दर्ज नहीं करा पाये। लडक़ी के परिजनों ने बताया कि फुलवारीशरीफ थाना पुलिस को सूचना दी गयी, तब पुलिस अस्पताल पहुंच कर घायल लडक़ी का बयान लिया है। अस्पताल में मौजूद पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद नियमानुसार जहां घटना हुई है, वहां के लोकल थाना को मामला रेफर कर दिया जायेगा।