पटना

सजने लगा मां दुर्गे का दरबार


पंडालों में श्रद्धालुओं का नहीं होगा प्रवेश

पटना (आससे)। शारदीय नवरात्र शुरू होने में अब सिर्फ एक सप्ताह रह गया है। इसकी तैयारी में राजधानी की विभिन्न पूजा समितियां जुट गयी हैं। पूजा समितियों द्वारा पंडालों का निर्माण युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है। पंडालों को अंतिम और आकर्षक रूप देने में कारीगर दिन-रात लगे हुए हैं। हालांकि, राजधानी में कुछ ही जगहों पर अभी पंडाल बनाये जा रहे हैं। शेष जगहों पर अगले एक-दो दिनों में पंडालों का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। इस वर्ष खास बात यह होगी कि अधिकतर पंडाल ज्यादा ऊंचे नहीं होंगे। और, श्रद्धालुओं को मां का दीदार पंडालों में प्रवेश किये बिना ही करना होगा।

कदमकुआं के चूड़ी मार्केट स्थित श्री दुर्गा पूजा कल्याण समिति द्वारा इस बार २० फुट ऊंचा पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है। इस समिति के सदस्य सोहन लाल अग्रवाल के अनुसार यहां शारदीय नवरात्र में पिछले कई वर्षों से आकर्षक पंडाल का निर्माण कराया जाता रहा है। इस वर्ष भी कोरोना काल होने की वजह से सरकार की गाइडलाइंस का पालन करते हुए पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है। कारीगर उसे भव्य रूप देने में जी-जान से जुटे हैं।

नवयुक संघ दुर्गा पूजा समिति, डाकबंगला चौराहे पर मंगलवार से पंडाल बनाना शुरू हो गया है। कोलकाता के कारीगर पंडाल बना रहे हैं। पूजा समिति के कोषाध्यक्ष अमित कुमार बरुआ ने बताया कि यहां मां दुर्गे की पूजा-आराधना मिथिलांचल पद्धति से की जायेगी।


डोली पर आयेंगी  हाथी पर जायेंगी

पटना (आससे)। मां जगदंबे की पूजा, आराधना, उपासना, वंदना और अभ्यर्थना का महापर्व शारदीय नवरात्र सात अक्टूबर (गुरुवार) को शुरू हो जायेगा। कलश स्थापना पर ग्रह-गोचरों का शुभ संयोग बन रहा है। पंचमी और षष्ठी पूजा एक ही दिन होगी। इसके कारण इस बार नवरात्र नौ दिनों का होगा। विजयादशमी रवि योग के युग्म संयोग में मनायी जायेगी। मां दुर्गा डोली पर आयेंगी। उनकी विदाई हाथी पर होगी।

नवरात्र के दौरान सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग, जयद, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य तथा शोमन योग का संयोग बन रहा है। पंचमी और षष्ठी तिथि एक ही दिन होने की वजह से ११ अक्टूबर को पंचम स्वरूप स्कंदमाता तथा छठे स्वरूप कात्यायनी की पूजा-उपासना की जायेगी। शारदीय नवरात्र में कलश स्थापना का खास महत्व है। इसमें ब्रह्मा, विष्णु, महेश सहित सभी देवी-देवताओं का वास होता है। कलश की पूजा करने से रोग का नाश होता है। सुख-समृद्धि आती है।


खाजपुरा दुर्गा पूजा समिति द्वारा भी मंगलवार से पंडाल का निर्माण शुरू कर दिया गया है। यहां ४० फुट चौड़ा और ३० फुट ऊंचा पंडाल बनाया जायेगा। समिति के सचिव पुनिल कुमार ने बताया कि डेकोरेशन की मुकम्मल व्यवस्था होगी। आशियाना मोड़ से लेकर केएफसी बिल्डिंग तक लाइटिंग की ऐसी व्यवस्था की जायेगी, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बन जाये।

श्री महादुर्गा पूजा समिति साई मंदिर, पालिटेक्रिक के पास भव्य पंडाल बनाया जा रहा है। यहां का पंडाल २० फुट ऊंचा होगा। स्थानीय कारीगर ही पंडाल बना रहे हैं। समिति के अध्यक्ष राज कुमार के मुताबिक पंडाल का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। इससे कि शारदीय नवरात्र के पहले दिन पूरा हो जाये।

श्री कृष्णापुरी दुर्गा पूजा समिति ने भी पंडाल का निर्माण शुरू कर दिया है। यहां का पंडाल २५ फुट ऊंचा होगा। यहां के पंडाल का निर्माण भी पटना के कारीगर ही कर रहे हैं। समिति द्वारा पंडाल का निर्माण कार्य पंचमी तक पूरा करा लिये जाने का लक्ष्य रखा गया है। समिति के महासचिव रमेश कुमार ने बताया कि कोरोना प्रोटोकॉल का अक्षरश: पालन किया जायेगा। पंडाल में श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध रहेगा। लोग बाहर से ही मां का दर्शन कर सकेंगे।