Latest News अन्तर्राष्ट्रीय राष्ट्रीय

पल भर में हजारों लोगों के जीवन को खाक कर सकता है न्‍यूक्लियर प्‍लांट में हुआ धमाका


नई दिल्‍ली । यूरोप के सबसे बड़े न्‍यूक्लियर पावर प्‍लांट पर हुए रूस के हमले ने पूरी विश्‍व की चिंता को बढ़ा दिया है। यूक्रेन के विदेश मंत्री का कहना है कि रूस इस प्‍लांट पर चौतरफा हमला कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ अंतरराष्‍ट्रीय परमाणु एजेंसी ने आगाह किया है कि हमले के बाद यहां पर रेडिएशन का स्‍तर बढ़ सकता है। हालांकि यूक्रेन की आथरिटी का कहना है कि फिलहाल यहां का रेडिएशन लेवल नहीं बढ़ा है। इन सभी के बीच ये भी सच है कि यदि रूस का हमला इसी तरह से इस संयंत्र पर होता रहा तो हालात बेहद खतरनाक हो सकते हैं।

आपको बता दें कि जैपोरिझिया परमाणु संयंत्र दुनिया का दसवां सबसे बड़ा न्‍यूक्लियर प्‍लांट है। इसकी छह यूनिट हैं और आखिरी यूनिट 1995 में शुरू हुई थी। गौरतलब है कि दुनिया के सभी न्‍यूक्लियर पावर प्‍लांट की निगरानी इंटरनेशनल एटोमिक एनर्जी एजेंसी करती है। न्‍यूक्लियर प्‍लांट की बनावट इतनी खास होती है कि इस पर हलके हमलों का असर नहीं होता है। लेकिन यदि कोई बड़ा हमला इस पर होता है तो ये बेहद खतरनाक हो सकता है। एएफपी की वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि परमाणु संयंत्र पर फिलहाल जो हमला हुआ है वो इस प्‍लांट की मेन यूनिट नहीं है। रायटर्स ने अपनी खबर में बताया है कि ये हमला ट्रेनिंग बिल्डिंग के पास हुआ है। मेन यूनिट का अर्थ यहां पर किसी भी न्‍यूक्लियर प्‍लांट का दिल होता है।

यहां पर ये भी बताना जरूरी है कि न्‍यूक्लियर रिएक्‍टर जहां पर होता है वहां की बनावट इस बात को देखते हुए डिजाइन की जाती है कि वो तीव्र स्‍तर के भूकंप पर भी टिकी रह सके। साथ ही इसको बनाते समय ये भी देखा जाता है कि किसी हमले या धमाके की सूरत में इसका रेडिएशन बाहर न फैल सके। किसी न्‍यूक्लियर प्‍लांट के दिल की बात करें तो ये वो जगह होती है जहां पर न्‍यूक्लियर छड़ लगाई जाती हैं। यही जगह किसी भी न्‍यूक्लियर प्‍लांट में बेहद खास होती है। यहां का तापमान भी निश्चित होता है। इसके बढ़ने पर स्थिति खराब हो जाती है। न्‍यक्लियर रिएक्‍टर वाली जगह की छत बेहद मोटी होती है और इसको डबल और ट्रिपल लेयर के तहत तैयार किया जाता है।