लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर चिंता जाहिर की है। मायावती कर वृद्धि के माध्यम से जनकल्याण के लिए धन जुटाए जाने के तर्क पर केंद्र सरकार पर जमकर बरसी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का यह तर्क कतई उचित नहीं है। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इस मनमानी वृद्धि को तत्काल रोका जाना बहुत जरूरी है। यही सरकार का गरीबों, मध्यम वर्ग और मेहनतकश जनता पर बड़ा एहसान होगा। बता दें, मायावती लगातार सरकार से मुद्दे पर ध्यान देने की अपील कर रही हैं।
मायावती ने ट्वीट कर सरकार पर साधा निशाना
मायावती ने मंगलवार को दो ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, ‘देश में पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस जैसी जरूरी वस्तुओं की कीमतों में अनावश्यक ही अनवरत वृद्धि करके कोरोना प्रकोप, बेरोजगारी व महंगाई आदि से त्रस्त जनता को सताना सर्वथा गलत व अनुचित। इस जानलेवा कर वृद्धि के माध्यम से जनकल्याण के लिए धन जुटाए जाने का सरकार का तर्क कतई उचित नहीं।’ बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा, ‘केन्द्र व राज्य सरकारें अगर पेट्रोल, डीजल आदि पर कर की लगातार मनमानी वृद्धि करके जनता की जेब पर जो भारी बोझ हर दिन डाल रही हैं उसे तत्काल रोका जाना बहुत ही जरूरी। वास्तव में यही सरकार का देश की करोड़ों गरीब, मेहनतकश जनता व मध्यम वर्ग पर बड़ा एहसान व भारी जनकल्याण होगा।’
योगी सरकार के पांचवें बजट को बताया निशानाजनक
मायावती ने सोमवार को योगी सरकार के इस कार्यकाल के पांचवें और आखिरी बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, ‘यूपी विधानसभा में आज पेश बीजेपी सरकार का बजट भी केन्द्र सरकार के बजट की तरह ही यहाँ प्रदेश में खासकर बेरोजगारी की क्रूरता दूर करने हेतु रोजगार आदि के मामले में अति-निराश करने वाला है। केन्द्र सरकार की तरह यूपी के बजट में भी वायदे व हसीन सपने जनता को दिखाने का प्रयास किया गया है।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘यूपी की लगभग 23 करोड़ जनता के विकास की लालसा की तृप्ति के मामले में यूपी सरकार का रिकार्ड केन्द्र व यूपी में एक ही पार्टी की सरकार होने के बावजूद भी वायदे के अनुसार संतोषजनक नहीं रहा। खासकर गरीबों, कमजोर वर्गों व किसानों की समस्याओं के मामले में भी यूपी का बजट अति-निराशाजनक।’