उत्तर प्रदेश प्रयागराज

पौष पूर्णिमापर संगममें आस्था की डुबकी की डुबकी


श्रद्धालुओंपर नहीं दिखा कोहरेका असर
प्रयागराज(हि.स.)। मोक्ष की कामना के साथ पतित पवनी गंगा, श्यामल यमुना और अन्त: सलिला स्वरूप में प्रवाहित सरस्वती के त्रिवेणी में माघ मेला के दूसरे ‘पौष पूर्णिमाÓ स्नान पर कोरोना और घना कोहरे के बीच 12 बजे तक करीब 5 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी। संगम में हालांकि भोर 4 बजे से ही ‘पौष पूर्णिमाÓ स्नान शुरू हो गया था। लेकिन घना कोहरे के कारण स्नान घाट लगभग खाली पड़े थे। तड़के 4 बजे गिनती के ही श्रद्धालु गंगा तट पर नजर आ रहे थे। 8 बजे तक मुश्किल से डेढ़ से 2 लाख लोगों ने डुबकी लगाई। धीरे धीरे भगवान भास्कर के उदयीमान होने से श्रद्धलुओं की भीड़ बढऩे लगी और 12 बजे तक 4 से 5 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। पुलिस महानिरीक्षक के पी सिंह ने बताया कि दोपहर 12 बजे तक 5 लाख लोगों ने संगम में डुबकी लगाई। उन्होने बताया कि मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस, आरएएफ, कमांडो और पीएसी के जवान तैनात है। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में अवंछनीय तत्वों पर पुलिस की निगरानी बनी हुई है। फिलहाल मेला क्षेत्र में श्रद्धालु कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए दिखलाई पड़ रहे है। पुलिस लगातार मेला क्षेत्र में चक्रमण कर रही है। जानकारी मुताबिक फूलपुर गोमती इटरकालेज के सेवानिवृत्त शिक्षक झूंसी निवासी योगेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि पौष पूर्णिमा से कल्पवास का विधिवत शुभारम्भ हो गया। मेला क्षेत्र गृहस्थ तपस्वियों से गुलजार हो गया। इस बार पौष पूर्णिमा गुरूवार को है। गुरूपुष्य नक्षत्र एवं सर्वाथा अमृत सिद्धि योग भी है। जो सफलता एवं संपन्नता देने वाला माना जाता है। मकर राशि में सूर्य, गुरू, शुक्र और शनि संचरण किया। धर्म सिंधु और निर्णय सिंधु के अनुसार एक राशि में चार ग्रहों के संचरण शुभ एवं शौभग्यदायक है।