जाले (दरभंगा)(आससे)। केविके जाले में कौशल विकास के तहत दो सौ घंटे का मशरूम उत्पादक विषय पर चल रहा प्रशिक्षण के अंतिम दिन सभी प्रशिक्षणार्थियों को डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा समस्तीपुर का भ्रमण कराया गया।
इस संदर्भ में विश्वविद्यालय के मशरूम वैज्ञानिक डॉ. दयाराम ने कहा कि कौशल विकास कर गांव में मशरूम से संबंधित छोटे-छोटे व्यवसाय विकसित किए जा सकते हैं एवम मशरूम के विभिन्न उत्पाद जैसे मिनी समोसा, मशरूम का बिस्कुट,मशरूम का नमकीन, मशरूम का अचार मशरूम का बर्फी, मशरूम पाउडर इत्यादि की मांग ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि मशरूम के विभिन्न उत्पाद बना कर स्वरोजगार उत्पन्न किया जा सकता है।
केविके के अध्यक्ष डॉ. दिव्यांशु शेखर ने बताया कि कुल 20 प्रशिक्षणार्थियों को ट्रेनिंग दिया गया, इसमे 12 युवक एवम 8 युवतियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण, केंद्र के पौधा रोग वैज्ञानिक डॉ. आरपी प्रसाद ने दिया।