Post Views: 729 डा. भरत झुनझुनवाला एफ्रो एशियन बैंक द्वारा २०१८ में प्रकाशित ग्लोबल वेल्थ माइग्रेशन रिव्यूमें बताया कि उस वर्ष चीनसे १५००० अमीरोंने पलायन किया, रूससे ७००० ने, तुर्कीसे ४००० ने और भारतसे ५००० अमीरोंने पलायन किया। इन चारमें पहले तीन देश चीन, रूस एवं तुर्कीमें तानाशाही सरकार है जबकि भारत लोकतांत्रिक है। मान […]
Post Views: 737 राजेश माहेश्वरी गणतंत्र दिवससे जुड़े कार्यक्रमों और किसान आन्दोलनके मद्देनजर राजधानीमें सुरक्षाके सख्त बंदोबस्तके बीच इसरायली दूतावासके पास २९ जनवरीको हुए बम धमाके सुरक्षा व्यवस्थाकी पोल खोलनेके लिए काफी हैं। ये ब्लास्ट भारत और इसरायल राजनयिक संबंधकी २९वीं वर्षगांठपर हुआ है। ऐसेमें इस धमाकेका संबंध अंतरराष्टï्रीय राजनीति और हमारी विदेश नीतिसे सीधे […]
Post Views: 1,624 नई दिल्ली, । पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। वहीं, भारत में भी अक्सर प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर चर्चा होती रहती है। पत्रकारिता करना एक बेहद जोखिमभरा काम है। कई बार पत्रकारिता करते हुए पत्रकारों पर हमले हो जाते हैं। इसके कई उदाहरण दुनियाभर में सामने आ चुके […]