Post Views: 737 जोगिन्दर सिंह किसी देशको अपना भविष्य उज्ज्वल बनानेके लिए उसके बचपनकी देखभाल, पालन-पोषण और संभाल करनी आवश्यक है। जीवनके पहले आठ सालमें और खासकर बाल्यावस्थाके पहले तीन सालके दौरान बच्चेका ठीक पालन-पोषण और देखभाल करना बहुत जरूरी है। इसका असर बच्चेके पूरे जीवनपर पड़ता है। शुरुआती सालोंमें देखभाल और बच्चोंका सही पालन-पोषण […]
Post Views: 742 सुमन द्विवेदी श्रद्धेय सत्येन्द्र कुमार गुप्तजीने हिन्दी पत्रकारिताको अद्यतन रूप प्रदान करनेके साथ हिन्दीके प्रचार-प्रसारमें महत्वपूर्ण योगदान किया है। आपके मातामह राष्ट्ररत्न श्री शिवप्रसाद गुप्त हिन्दीके अनन्य सेवक थे। श्रद्धेय सत्येन्द्र कुमार गुप्तजीको हिन्दी प्रेम विरासतमें प्राप्त हुआ। आपने विदेशोंमें उच्च शिक्षा प्राप्त की थी फिर भी आपमें भारतीय संस्कार मूर्तिमान थे। […]
Post Views: 392 डा. वरिंदर भाटिया भारतीय अर्थव्यवस्थाको मजबूती देनेके लिए सरकारको नोट छापनेके सुझाव दिये जा रहे हैं। भारतमें १९९७ तक आरबीआई सरकारी घाटेकी भरपाई नये करंसी नोट छापकर करता रहा है। हालांकि इस तरहसे सरकारी घाटेकी भरपाई करनेके काफी नुकसान भी होते हैं। इसीलिए १९९४ में तत्कालीन वित्तमंत्री और तत्कालीन आरबीआई गवर्नरने १९९७ […]