Post Views: 765 श्रीराम शर्मा श्रद्धायुक्त नम्रताकी तरह अंतरात्मामें दिव्य प्रकाशकी ज्योति जलती रहे। उसमें प्रखरता और पवित्रता बनी रहे तो पर्याप्त है। पूजाके दीपक इसी प्रकार टिमटिमाते हैं। आवश्यक नहीं उनका प्रकाश बहुत दूरतक फैले। छोटेसे क्षेत्रमें पुनीत आलोक जीवित रखा जा सके तो वह पर्याप्त है। परमात्माके प्रति अत्यंत उदारतापूर्वक आत्मभावना पैदा होती […]
Post Views: 604 भारतरत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर अपने अधिकांश समकालीन राजनीतिज्ञोंकी तुलनामें राजनीतिके खुरदुरे यथार्थकी ठोस एवं बेहतर समझ रखते थे। नारों एवं तकरीरोंकी हकीकत वह बखूबी समझते थे। जाति-भेद एवं छुआछूतके अपमानजनक दंशको उन्होंने केवल देखा-सुना-पढ़ा ही नहीं, अपितु भोगा भी था। तत्कालीन जटिल सामाजिक समस्याओंपर उनकी पैनी निगाह थी। उनके समाधान […]
Post Views: 613 डा. गौरीशंकर राजहंस प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदीने कहा कोरोनाके कारण सरकारके सात साल होनेके उपलक्षमें इस बार कोई कार्यक्रम नहीं होगा लेकिन पार्टीके कार्यकर्ता जगह-जगह जाकर लोगोंमें सेवाका भाव पैदा करेंगे। प्रधान मंत्रीने यह भी कहा कि भारत राष्ट्रीय सुरक्षाके मुद्दोंपर कभी समझौता नहीं करेगा। प्रधान मंत्रीने अपनी सरकार और विभिन्न मंत्रियों […]