आगरा। दक्षिण भारत का रहने वाला युवक गुरुग्राम में निजी बैंक में काम करता है। वो एक साल पहले बैंक का प्रशिक्षण लेने आया था। यहां उसकी मुलाकात कमलानगर की युवती से हुई। दोस्ती के बाद फोन पर बात होने लगी। प्रेम संबंध के बाद परिवार की रजामंदी से तीन माह पूर्व दोनों का विवाह हो गया।
युवती का कहना था कि उसे अंग्रेजी अधिक समझ नहीं आती है। पति बैंक के साथियों से लेकर घर के सभी लोगों से अंग्रेजी में बात करता है। कई बार वो अंग्रेजी में पूछी बातों का हिंदी में गलत जवाब दे देती है, पति उसे हंसी का पात्र बना देता है। इसी कारण से दोनों के बीच झगड़े होने लगे। शादी के 15 दिन में ही परेशान होकर मायके आना पड़ा। मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा।
काउंसलर डा. अमित गौड़ ने बताया कि पति को घर में आम भाषा में बात करने को कहा गया और पत्नी को अंग्रेजी सिखाने को कहा गया। पति बात मानने को तैयार नहीं हुआ। समझौते की फाइल बंद कर मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की गई है।