ढाका. दक्षिणी बांग्लादेश (Bangladesh) में रोहिंग्या शरणार्थियों के शिविर के नजदीक एक अस्थायी बाजार में शुक्रवार को आग लगने की घटना में 20 दुकानें क्षतिग्रस्त हो गयीं और तीन लोगों की मौत (Death) हो गयी. पुलिस और चश्मदीदों ने इस बारे में बताया. स्थानीय पुलिस के प्रमुख अहमद संजुर मुर्शीद ने बताया कि आग बुझाने में दमकलकर्मियों को कई घंटे लगे और मलबे से तीन शव निकाले गये हैं. आग शुक्रवार तड़के लगी और घटना के वक्त म्यांमा के रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए बने कुटुपालोंग शिविर में लोग सो रहे थे. एक दुकान के मालिक सैयदुल मुस्तफा ने इस बात की पुष्टि की है कि मृतकों में उसका एक कर्मचारी शामिल है. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आग कैसे लगी. पिछले महीने शिविर में भीषण आग लगने से 15 लोगों की मौत हुई थी और 560 अन्य घायल हुए थे और करीब 45,000 लोग बेघर हो गये थे. शुक्रवार तड़के आग तब लगी जब म्यांमार के रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए बनी कुतुपलोंग शिविर में लोग सो रहे थे. एक दुकान के मालिक सईदुल मुस्तफा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि मृतक उनके कर्मचारी थे. फायर सर्विस और सिविल डिफेंस के एक अधिकारी, इमदादुल हक ने कहा कि उन्हें आग पर काबू पाने के लिए तीन घंटे से अधिक समय तक संघर्ष करना पड़ा. उन्होंने कहा कि कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं. यह स्पष्ट नहीं था कि आग कैसे लगी.