पटना

बाढ़ से क्षति का आकलन करने केन्द्रीय टीम पहुँची मुजफ्फरपुर 


जिला प्रशासन से मिली जानकारी के आधार पर किया आकलन 

मुजफ्फरपुर। जिले में बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने केंद्रीय टीम के सदस्य बुधवार को  मुजफ्फरपुर पहुंचे। केंद्रीय टीम में श्री रामचंद्रउडु अपर सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग बिहार, डॉ मानसिंह निदेशक, डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर कॉरपोरेशन एंड फार्मर वेलफेयर एवं मो. नसरफुल्लाह, कार्यपालक अभियंता पथ परिवहन एंड हाइवे शामिल थे। केंद्रीय टीम के सदस्यों द्वारा समाहरणालय सभाकक्ष में एक समीक्षात्मक बैठक  की गई जिसमें आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा बिंदुवार बाढ़ से हुई क्षति के आकलन को पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।

जिलाधिकारी  प्रणव कुमार ने बाढ़- 2021 को लेकर की गई प्रशासनिक तैयारी के साथ राहत एवं बचाव कार्य से  सदस्य गणों को अवगत कराया गया। वहीं जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा द्वारा विभिन्न क्षेत्रों यथा, सड़क, कृषि , मत्स्य,शिक्षा,विद्युत इत्यादि क्षेत्रो में बाढ़ से हुई क्षति की  विस्तृत जानकारी मुहैया कराई गई। बैठक के बाद केंद्रीय टीम के सदस्यों ने कुढ़नी प्रखंड के हरिशंकर छाजन पंचायत का भ्रमण करते हुए बाढ़ से क्षति का जायजा भी लिया।

बैठक में आपदा प्रबंधन द्वारा बताया गया कि जिले में बाढ़ 2021 में कुल 162 पंचायत प्रभावित हुए जिसमें सभी 39 पूर्ण रूप से तथा 123 आंशिक रूप से प्रभावित पंचायत की संख्या रही जबकि 131363 परिवार प्रभावित हुए हैं। प्रखंडवार प्रभावित पंचायतों की जानकारी भी उपलब्ध कराई गई। फसल क्षति के बारे में कृषि विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि 78262.99 हेक्टेयर कृषि (इरिगेटेड)की क्षति हुई। अनुमानित राशि 107.07 करोड़ बताई गई।

ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा बताया गया कि तीनों डिवीजन मिलाकर कुल 814 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई। 471412 मीटर(471किलोमीटर) जिसका लेंथ रहा है। वही रोड कंस्ट्रक्शन विभाग के दोनों डिवीजन में कुल 29 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई। वही 43 विद्यालय, 24 हॉस्पिटल एंड सब सेंटर, 221 आंगनवाड़ी सेंटर, पीएचईडी के 17 प्रोजेक्ट से जुड़े पाइपलाइन और 50 हैंडपम्प भी क्षतिग्रस्त हुए। बैठक में बाढ़- 2021 के दौरान राहत एवं बचाव कार्य यथा- नाव एवं मोटर बोट परिचालन, एसडीआरएफ/एनडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति,सामुदायिक रसोई विशेषकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सामुदायिक रसोई का संचालन, पॉलिथीन सीट का वितरण, जीआर राशि का वितरण, हेल्थ कैंप एवं पशु कैम्प का संचालन इत्यादि की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई।

जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन डॉ अजय कुमार, प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन विकास कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत सिंह, डीपीआरओ कमल सिंह एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।