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बिकवाली दबावसे सेंसेक्समें दूसरे दिन गिरावट


मुंबई। वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख के बीच बंबई शेयर बाजार में सोमवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही। मंदडिय़ों के बाजार पर हावी होने से सेंसेक्स 470 अंक टूट गया। बिकवाली दबाव से निफ्टी भी 14,300 अंक से नीचे पहुंच गया। सेंसेक्स में बड़ा वजन रखने वाले प्रमुख शेयरों इन्फोसिस, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक में बिकवाली दबाव से गिरावट रही। हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े शेयरों में लिवाली से गिरावट पर कुछ हद तक अंकुश रहा। उतार- चढ़ाव भरे कारोबार में 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार की समाप्ति पर 470.40 अंक यानी 0.96 प्रतिशत गिरकर 48,564.27 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार व्यापक आधार वाला निफ्टी सूचकांक भी कारोबार की समाप्ति पर 152.40 अंक यानी 1.06 प्रतिशत गिरकर 14,281.30 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में 4.59 प्रतिशत गिरावट के बाद ओएनजीसी सबसे ज्यादा नुकसान में रहा। इसके साथ ही सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, स्टेट बैंक और एनटीपीसी के शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई। इसके विपरीत सेंसेक्स के शेयरों में से केवल चार कंपनियों के शेयर –रिलायंसस इंडस्टूीज, टाइटन, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी– में 2.37 प्रतिशत तक तेजी दर्ज की गई। एचडीएफसी बैंक का शेयर 1.15 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ। एचडीएफसी बैंक के तीसरी तिमाही के शनिवार को जारी परिणाम में बैंक का शुद्ध लाभ 14.36 प्रतिशत बढ़कर 8,760 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे बैंक के शेयरों में लिवाली का जोर रहा। वैश्विक बाजारों में कोविड- 19 के बढ़ते मामलों का आर्थिक सुधार की स्थिति पर असर पडऩे से धारणा कमजोर रही। हालांकि, जीडीपी के सकारात्मक आंकड़ों से चीन में शेयरों में सुधार रहा। रिलायंस सिक्युरिटीज के रणनीतिक प्रमुख बिनोद मोदी ने कहा कि वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख का कारोबारी धारणा पर लगातार असर बना रहा। यही वजह रही कि घरेलू बाजारों में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही। हालांकि, बाजार में अंतरधारणा मजबूती पर टिकी हुई है। बाजार को आर्थिक आंकड़ों में सुधार की उम्मीद है। बीएसई में धातु, जन सेवाओं, दूरसंचार, स्वास्थ्य देखभाल, मूल धातु, आटो और बिजली समूह के सूचकांक में 4.14 प्रतिशत तक गिरावट रही वहीं ऊर्जा और टिकाऊ उपभोक्ता सामानों का सूचकांक बढ़कर बंद हुआ। व्यापक आधार वाला बीएसई मिडकैप और स्मालकैप 2.01 प्रतिशत तक गिर गया। अन्य एशियारई बाजारों में शंघाई और हांग कांग सकारात्मक रुख के साथ बंद हुये। चीन की जीडीपी वृद्धि चौथी तिमाही में 6.5 प्रतिशत रहने से एशियाई बाजारों में मजबूती रही। कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित वर्ष 2020 के दौरान चीन के सकल घरेलू उत्पाद (जीउीपी) में 2.3 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई जबकि अन्य सभी बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट आने का अनुमान है। सोल और टोक्यो के शेयर बाजारों में गिरावट रही। यूरोप के शेयर बाजारों में भी शुरुआती कारोबार में गिरावट रही। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का वायदा मानक ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.22 प्रतिशत नीचे रहकर 54.98 डालर प्रति बैरल पर चल रहा था। अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डालर के मुकाबलें रुपया 21 पैसे गिरकर 73.28 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ।