पटना

बिहटा के ईएसआईसी अस्पताल में डीआरडीओ द्वारा 500 कोविड डेडिकेटेड बेड अस्पताल की होगी स्थापना


गृहमंत्री अमित शाह ने फोन कर सांसद रामकृपाल यादव को दी जानकारी

पटना। बिहटा के ईएसआईसी अस्पताल में डीआरडीओ द्वारा 500 बेड का कोविड अस्पताल की स्थापना अबिलंब की जायेगी। इसकी जानकारी स्वयं गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व केन्द्रीय राज्यममंत्री और पाटलिपुत्र के भाजपा सांसद राम कृपाल यादव को दूरभाष पर वार्तालाप के दौरान दी।

आज ही सांसद ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर बिहटा के ईएसआईसी अस्पीताल में डीआरडीओ द्वारा 500 बेड का कोविड अस्परताल की अबिलंब स्थापना करने की गुहार लगाई थी। पत्र इमेल करने के बाद सांसद की दूरभाष पर गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई। सांसद द्वारा लिखे गये पत्र पर गृह मंत्री द्वारा तुरंत संज्ञान लेकर बिहटा के ईसीआईसी अस्पसताल में डीआरडीओ द्वारा 500 बेड का कोराना अस्पनताल खोलने की अनुमति प्रदान करने पर सांसद ने गृह मंत्री के प्रति आभार प्रकट किया।

सांसद ने पत्र में लिखा की पटना में कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार तेजी से बढोतरी हो रही है। पटना के प्रमुख सरकारी अस्पजताल जैसे एम्स, पीएमसीएच, आईसीएमएस व एनएमसीएच और अन्य निजी अस्पतालों में कोरोना से संक्रमित मरीजों को बेड मिलने में काफी दिक्कत  हो रही है। राज्य सरकार अस्पतालों में अतिरक्ति बेड की व्यवस्था में दिन-रात लगी है। मरीज और उनके परिजन काफी परेशान है।

पिछले वर्ष 24 अगस्त को डीआरडीओ द्वारा मेरे संसदीय क्षेत्र पाटलिपुत्र के बिहटा में नवनिर्मित ईएसआईसी अस्पताल परिसर में 500 बिस्तरों वाले कोविड अस्पताल की स्थानपना की गई थी। जिसमें अलग से 125 आईसीयू बिस्तरों की भी व्यवस्था थी। यह कोविड अस्पताल डीआरडीओ द्वारा दिल्ली कैंट में निर्मित 1000 बिस्तरों वाले कोविड अस्पताल की तर्ज पर बनाया गया था। पीएम केयर्सफंड की ओर से अस्पताल के लिए धन आवंटित किया गया था।

चिकित्सकों और पारा मेडिकल स्टाफ की तैनाती दिल्ली में डीआरडीओ द्वारा बनाए गए कोविड अस्पताल की तर्ज पर डायरेक्टर जनरल आर्म्ड फोर्स मेडिकल सर्विस (डीजीएएफएमएस) और आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज (एएफएमसी) पुणे के सहयोग से किया गया था। चिकित्सक सहित करीब 200 मेडिकल स्टाफ अस्पताल में तैनात किए गए थे।

अस्पताल के लिए बिजली, एयर कंडीशनिंग, पानी की आपूर्ति, अग्निशमन और डीजल जनरेटर बैकअप, प्रत्येक बिस्तर पर ऑक्सीजन पाइपिंग, लिफ्ट और मुर्दाघर जैसी बुनियादी सुविधाएं पहले से बने सात मंजिला ईएसआईसी अस्पताल, बिहटा के माध्यम से उपलब्ध हैं। दो दिन पहले दो सदस्यी डीआरडीओ की टीम ने बिहार सरकार के वरीय अधिकारियों के साथ बिहटा के ईएसआईसी अस्पएताल का दौरा भी किया है।