- अपराध नियंत्रण के लिए सघन पेट्रोलिंग करने के साथ ही पूरी सजगता, सतर्कता और ईमानदारी से अनुसंधान करने का दिया निर्देश
बिहारशरीफ (आससे)। जिला अपराध गोष्ठी में पूर्व से प्रतिवेदित, लंबित, एससी-एसटी मामलों के निबाटार, मॉब लिंचिंग जैसी वारदातों पर प्रभावकारी नियंत्रण सहित कई बिंदुओं पर चर्चा हुई। नये पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद एस. की यह पहली अपराध गोष्ठी थी, जिसमें जिले के सभी थानाध्यक्षों के साथ हीं एएसपी, डीएसपी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी पुलिस निरीक्षक ने हिस्सा लिया।
बैठक में पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट कहा कि पूर्व से जितने भी एससी-एसटी के प्रतिवेदित लंबित मामला है उसका तुरंत निबटारा करें। उन्होंने एक-एक केस के बारे में जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। पूर्व में हुई मॉब लिंचिंग की समीक्षा की। साथ हीं भविष्य में ऐसी वारदात ना हो इसके लिए थानाध्यक्षों एवं पुलिस पदाधिकारियों को सजग रहने को कहा। एसपी ने स्पष्ट कहा कि अपराध नियंत्रण हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इसमें कोई कोताही बरदाश्त नहीं होगी। बैठक में अपराध नियंत्रण तथा अपराध अनुसंधान पर विस्तार से चर्चा की गयी।
अपराध गोष्ठी में एसपी ने पुलिस की कार्यशैली की चर्चा करते हुए कहा कि आम लोगों के साथ मित्रवत व्यवहार होना चाहिए। पुलिस की पॉजीटिव छवि जनता के बीच हो इसे सुनिश्चित करे। कोई भी पीड़ित आये उसे न्याय मिलना चाहिए। महिला की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने को कहा। इसके साथ ही एसपी ने यह भी कहा कि कोई निर्दोष फंसे नहीं और दोषी बचे नहीं इस मुद्दे पर काम होनी चाहिए, जिसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी ना हो।
एसपी ने अवैध बालू खनन, मद्य निषेध तथा सांप्रदायिकता पर चर्चा करते हुए स्पष्ट कहा कि इन बिंदुओं पर जीरो टॉलरेंस में काम होनी चाहिए। इसकी कोई भी शिकायत ना आये और इसका कोई भी उल्लंघन करे तो उसपर कार्रवाई सुनिश्चित हो। इसके साथ ही विधि व्यवस्था नियंत्रण के लिए प्रभावी पेट्रोलिंग करने की सलाह दी। ताकि अपराध नियंत्रण के साथ-साथ दुर्घटना में भी कमी आये। पुलिस पदाधिकारियों को सजगता, सतर्कता और ईमानदारी के साथ ससमय अनुसंधान पूरा करने की भी नसीहत दी।