पटना

बिहारशरीफ: अस्थावां प्रखंड और अंचल के जांच में डीएम ने पायी कई अनियमितता


      • आरटीपीएस काउंटर में मनमानी कर रहे कार्यपालक सहायक बरखाश्त
      • अस्थावां बीडीओ को सीओ के पद से मुक्त करने की कार्रवाई शुरू

बिहारशरीफ। अस्थावां प्रखंड सह अंचल कार्यालय का डीएम ने मंगलवार को औचक निरीक्षण किया, जहां उन्होंने आधार पंजीकरण केंद्र का अवलोकन किया। आरटीपीएस काउंटर का निरीक्षण किया, जहां उन्हें बताया गया कि कोविड को लेकर भौतिक रूप से आवेदन नहीं लिया जा रहा है। सभी लोगों का आवेदन ऑनलाइन लेकर वापस किया जाता है, जबकि डीएम ने पाया कि आरटीपीएस काउंटर के संबंध में इस प्रकार का कोई आदेश नहीं है। जांच में डीएम ने पाया कि कार्यपालक सहायक रवि कुमार द्वारा अपने मर्जी से सूचना चस्पा दिया गया है, जिसे डीएम ने गंभीरता से लिया और कार्यपालक सहायक को सेवामुक्त करने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी शशांक शुभंकर अंचल निरीक्षक एवं राजस्व कर्मचारी के कार्य स्थल का भी जायजा लिया। कर्मचारियों के पास उपलब्ध म्यूटेशन एवं परिमर्जान से संबंधित आवेदनों का अवलोकन किया और उसमें दर्ज मोबाइल नंबर पर कॉल भी किया। हालांकि आवेदक कॉल रिसिव नहीं कर सका। बाद में डीएम आवेदन का नाम, पता और मोबाइल नंबर भी साथ ले गये ताकि उनका फीडबैक लिया जा सके। परिमार्जन से संबंधित ऑनलाइन आवेदनों का प्रिंट आउट उपलब्ध नहीं कराने के मामले में सीओ से स्पष्टीकरण पूछा गया।

उन्होंने राजस्व शाखा के प्रभारी पदाधिकारी को अंचल जांच का गहन जांच करने का निर्देश दिया। मौके पर उपस्थित एक आवेदक द्वारा म्यूटेशन के सूचित किये गये आवेदन के बारे में डीएम को जानकारी दी गयी। उन्होंने कंप्यूटर सिस्टम पर ऑनलाइन अवलोकन किया और पाया कि संबंधित जमीन खतिहान में गैरमजरूआ मालिक के रूप में दर्ज है परंतु इस जमीन की बिक्री आवेदक को की गयी थी। विक्रेता के नाम से 2018-19 में लगान रसीद एवं एलपीसी निर्गत किया गया था, जिसका जांच एलआरडीसी को करने को कहा गया है। डीएम ने एक मामले में और अनियमितता पायी और अंचल कार्यालय की कार्यप्रणाली पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी अस्थावां को अंचलाधिकारी के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त करने हेतु कार्रवाइ्र करने का निर्देश दिया।

बाद में डीएम ने मालती पैक्स का निरीक्षण किया। वहां संचालित पीडीएस दुकान को भी देखा जो बंद था। वहां भी सुविधाओं का अभाव पाया। जहां गेहूं का फिजिकल स्टॉक नहीं पाया गया, जबकि पॉश के हिसाब से गेहूं के स्टॉक प्रदर्शित हो रहा था। एसडीओ बिहारशरीफ को इस मामले में कार्रवाई करने का आदेश दिया गया। इसी क्रम में डीएम ने नेपुरा गांव में एक अन्य पीडीएस दुकान का निरीक्षण किया। डीएम के साथ जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, बीडीओ एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।