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- समीक्षा में पाया गया कि मद्य निषेध मामले में अब तक 485 वाहन हुए हैं जब्त जिसमें 295 की हो चुकी है नीलामी
- नये खनन नियमावली के तहत जब्त किये गये मैटेरियल के 25 गुणा रॉयल्टी फाइन कपाउंडिंग कर मामला निष्पादित करने का निर्देश
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बिहारशरीफ (आससे)। राजस्व, खनन, मद्य निषेध समेत अन्य योजनाओं की समीक्षा बैठक में जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने निर्देश दिया कि नये खनन नियमावली के तहत विभागीय नियमों के उल्लंघन में जब्त किये गये खनन वस्तुओं एवं वाहनों के मामले में जब्त किये गये मैटेरियल के रॉयल्टी के 25 गुणा फाइन कंपाउंड करते हुए 30 दिनों के अंदर मामले को निष्पादित करना सुनिश्चित करें। इसके लिए जिला खनन पदाधिकारी, परिवहन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के साथ डीएम ने समीक्षा भी की। खनन हेतु किसी कंपनी को अनुज्ञप्ति प्राप्त स्टॉक के नियत स्थान एवं मात्र से अलग स्थान एवं मात्र से ज्यादा मैटेरियल होने पर अधिक स्टॉक एवं जगह को गैर कानूनी घोषित करते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
मद्य निषेध अधीक्षक से विभाग द्वारा मारे गये छापे की जानकारी ली गयी, जिसमें उन्होंने बताया कि 30 दिनों में उनके द्वारा 230 छापा मार कर 355 कांड दर्ज किया गया है और नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान तीन वाहन जब्त हुआ है तथा एक हजार लीटर शराब विनष्ट किया गया है। अब तक 62 वाहन जब्त किये गये है, जिसमें 18 की नीलामी किया जा चुका है।
मद्य निषेध की समीक्षा में यह भी पाया गया कि पुलिस तथा मद्य निषेध विभाग द्वारा 845 वाहन जब्त किया गया है, जिसमें अब तक 295 की नीलामी हुई है। बाकी वाहनों की नीलामी प्रक्रिया में है। डीएम ने सभी एसडीओ के साथ नीलाम किये गये तथा नीलाम हेतु लंबित वाहनों की समीक्षा की।
जीविका की समीक्षा में पाया गया कि ताड़ी तथा देसी शराब व्यवसाय से जुड़े 412 लोगों को बकरी पालन जैसे रोजगार से जोड़ा गया है। डीएम ने इसमें और तेजी लाने का निर्देश डीपीएम को दिया ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिले। इसके साथ ही सभी एसडीओ को निर्देश दिया गया कि जिन मकानों से शराब की बिक्री या स्टॉक जब्त हुआ है उन मकानों में सरकारी कार्यालय अतिशीघ्र खुलवाये।
बैठक में पंचायत सरकार भवन, कब्रिस्तान घेराबंदी, मंदिर घेराबंदी की भी समीक्षा की गयी। बैठक में पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाथ एस. अपर समाहर्ता, नगर आयुक्त, सभी एसडीओ, सभी एसडीपीओ, सभी संबंधित विभागों के प्रभारी पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, जिला भविष्य निधि पदाधिकारी ने हिस्सा लिया।