पटना

बिहारशरीफ: जिले के सरकारी अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के कार्य की हुई समीक्षा


बीएमएसआईसीएल को जल्द से काम पूरा कर प्लांट को कॉलेज को सुपूर्द करने का डीएम ने दिया निर्देश

  • अगले दो दिनों में बिहारशरीफ सदर अस्पताल में एनएचएआई फाउंडेशन का काम करेगी पूरा
  • सदर अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट के वायरिंग आदि के लिए स्वास्थ्य विभाग से मांगी गयी 21 लाख की राशि
  • बिहारशरीफ में एनएचएआई, हिलसा में वियाडा तथा राजगीर में एचआईडी लगा रही है ऑक्सीजन प्लांट

बिहारशरीफ (आससे)। जिले के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने में तेजी लाने के लिए सोमवार को जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एनएचएआई, बीएमएसआईसीएल तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें जिले के सभी तीन बड़े अस्पतालों के साथ ही मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट को यथाशीघ्र चालू करने पर रणनीति तय की गयी।

बताते चले कि बिहारशरीफ सदर अस्पताल में 1000 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट एनएचएआई द्वारा लगाया जाना है, जबकि राजगीर अनुमंडलीय अस्पताल में 400 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट भारत सरकार का उपक्रम एचआईडी तथा हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल में 400 एलपीएम का ऑक्सीजन मशीन वियाडा द्वारा लगाया जाना है।

जिला पदाधिकारी ने बताया कि बिहारशरीफ सदर अस्पताल में बन रहा ऑक्सीजन प्लांट तीन चरणों में पूरा होना है। पहले चरण में इसका फाउंडेशन और शेड का निर्माण किया जाना है। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि दो दिनों में काम पूरा कर दिया जायेगा। इसके बाद दूसरे फेज में विद्युत ट्रांसफार्मर और वायरिंग का काम होना है, जिसका काम स्वास्थ्य विभाग करेगी और इसके लिए 21 लाख रुपये की मांग स्वास्थ्य विभाग से किया गया है और जब इलेक्ट्रिक वायरिंग का काम पूरा हो जायेगा तब इसका वीडियो डीआरडीओ को भेजा जायेगा। तब डीआरडीओ की टीम ऑक्सीजन प्लांट का इंस्टॉलेशन करेगी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार हिलसा में बीएमआईसीएल द्वारा शेड और फाउंडेशन का काम जल्द शुरू कर दिया जायेगा। हालांकि राजगीर में फाउंडेशन एवं शेड का निर्माण एनएचएआई को करना था, लेकिन बिहारशरीफ से दूरी रहने के कारण एनएचएआई ने यह काम करने से हाथ खड़ा कर दिया है। इसके बाद वैकल्पिक व्यवस्था की तलाश जारी है।

जिला पदाधिकारी ने बताया कि विम्स यानी पावापुरी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट के लिए चल रहे कार्यों की भी समीक्षा हुई। बीएमएसआईसीएल ने बताया कि चहारदीवारी के लिए पाइलिंग, स्वॉयलिंग, पीसीसी, बीम का काम पूरा कर लिया गया है। जबकि ब्रिक वर्क 65 प्रतिशत तक किया जा चुका है। क्रायोजेनिक टैंक का फाउंडेशन हो चुका है। क्रायोजेनिक टैंक के अप्रोच के लिए भराई का काम भी पूरा कर लिया गया है। जीएसबी और पीसीसी का कार्य भी पूरा हो चुका है। स्टील बांधने का काम चल रहा है। आगामी कल तक आरसीसी का काम पूरा कर लिया जायेगा। बताया गया कि वर्षा के कारण काम में विलंब हुआ है। बीएमएसआईसीएल को डीएम ने निर्देश दिया कि यथाशीघ्र इस प्लांट को चालू कर मेडिकल कॉलेज को हैंडओवर करें।

जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड के संभावित तीसरी लहर को देखते हुए विम्स पावापुरी बिहारशरीफ सदर अस्पताल के अलावे राजगीर तथा हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट चालू करने के लिए पहल तेज की गयी है और प्रयास है कि इन कार्यों को जल्द से जल्द पूरा कराया जाय।