पटना

बिहारशरीफ: निजी विद्यालय पैसा लेकर तो सरकारी विद्यालय के शिक्षक दे रहे निःशुल्क ऑनलाइन शिक्षा


    • ‘‘द बिहार टीचर्स हिस्ट्री मेकर्स’’ ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली विस्तार में लायेगी तेजी
    • जिले के कई शिक्षक सरकारी विद्यालय के छात्र-छात्रओं का ग्रुप बनाकर विभिन्न सोशल मीडिया के जरिये उन्हें भेज रहे हैं वीडियो स्टडी मेटेरियल
    • यूनिसेफ के तत्वावधान में विश्व माहवारी दिवस पर लाइव परिचर्चा का भी किया गया आयोजन

बिहारशरीफ (आससे)। लॉकडाउन और कोरोना की वजह से लगभग एक साल से अधिक से विद्यालयों में पठन-पाठन ठप सा हो चुका है। ऐसे में प्राइवेट स्कूलों द्वारा ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था की गयी है। हालांकि इसके बदले छात्रों से फीस वसूली जाती है, लेकिन इससे इतर बिहार राज्य के सरकारी शिक्षकों द्वारा संचालित ऑनलाइन शिक्षा प्लेटफार्म बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दे रही है। ‘‘द बिहार टीचर्स हिस्ट्री मेकर्स’’ के सदस्यों द्वारा पिछले लगभग दो वर्षों से सरकारी विद्यालयों के बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है। इस प्लेटफार्म से जुड़े सदस्य सरकारी विद्यालय के शिक्षक है।

मॉडर्न मध्य विद्यालय बिहारशरीफ की प्रधानाध्यापिका सुनीता सिन्हा,  जिला समन्वयक धर्मवीर कुमार सिन्हा जो उच्च विद्यालय हुसैनपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक है ने बताया कि इस समूह का विभिन्न सोशल मीडिया जैसे फेसबुक ट्विटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और पब्लिक ऐप द्वारा लाखों फॉलोवर्स है। इस समूह से जुड़े राज्य भर के सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा दो वर्षों से महामारी के कारण विद्यालय नहीं जा रहे बच्चे-बच्चियों के लिए पठन पाठन की व्यवस्था की गयी है। ऑनलाइन शिक्षा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सएप ग्रुप, यूट्यूब एवं शिक्षकों से संबंध स्थापित कर बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।

इस ग्रुप के राज्य भर के करीब 70 शिक्षकों द्वारा पाठ्य सामग्री तैयार कर पहली से 12वीं कक्षा तक के सभी विषयों के विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा वीडियो के माध्यम से शिक्षा देने का काम कर रहा है, जिसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है।

समूह का उद्देश्य है कि सरकारी विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों को वो सभी सुविधाएं मुहैया करायी जाय जो प्राइवेट विद्यालय करते है। इसमें शिक्षक अपनी प्रतिभानुसार विभिन्न तरह के कार्यक्रम प्रस्तुत करते है और बच्चों तक पहुंचाने का कार्य करते है।

‘‘द बिहार टीचर्स हिस्ट्री मेकर्स’’ समूह के साथ यूनिसेफ की टीम 28 मई को विश्व माहवारी दिवस पर माहवारी स्वास्थ्य पर लाइव परिचर्चा की, जिसमें सरकारी विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाएं एवं बच्चियां शामिल हुई। जिले में इस समूह को गति देने हेतु कविता प्रवीण ने सराहनीय कार्य किया है। प्लस टू उच्च विद्यालय बिंद के विज्ञान के शिक्षक कुमार गौरव का समूह बनाने में बड़ा योगदान रहा है। वे तन्मयता पूर्वक लगातार ग्रुप क्रियेट कर बच्चों को जोड़ने और उन तक पाठ्य सामग्री भेजने में काफी सक्रिय रहे है।

इनके अलावे भी जिले के कई सक्रिय सदस्य है। ग्रुप के क्रियाकलापों को देखते हुए शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जा रही है। जिले में भी एक कार्यकारिणी समिति का गठन किया जायेगा, जिन्हें कार्यों की जिम्मेवारी सौंपी जायेगी ताकि बच्चों के लिए आसानी पूर्वक पाठ्य सामग्री, वीडियोज के रूप में पहुंचाया जा सके।

जिले के सक्रिय सदस्यों में कुमारी नीरजा, सूर्यरंजन कुमार, पल्लवी कुमारी, अंकिता प्रिया, रजनीश कुमार, पप्पू कुमार, चंदन कुमार आदि लोगों की सराहनीय भूमिका है।