पटना

बिहारशरीफ: पंचायत चुनाव में कई क्षेत्रों में माननीय का हस्तक्षेप


कई क्षेत्रों का चुनाव परिणाम ने दिखा दी है माननीय की औकात बावजूद इसके शेष चरणों के चुनाव में हस्तक्षेप जारी

बिहारशरीफ। पंचायत चुनाव की सरगरमी पूरे परवान पर है। सोमवार के चुनाव के साथ हीं जिले में चार चरणों का चुनाव अभी शेष है। इसके साथ हीं चुनावी गतिविधियां जोर-शोर से चल रही है। पर्व त्योहारों के बाद गांव में जहां धान की कटनी और रबी फसल की बुआई शुरू हो गयी है, वहीं गांव के दहलीज पर चुनाव की चर्चाएं भी आम हो रही है। जैसे-जैसे लोग पर्व-त्योहार से फ्री होते गये, वैसे-वैसे जिन क्षेत्रों में चुनाव नहीं हुआ वहां के लोग की दिलचस्पी बढ़ती गयी।

अभी जिले के कतरीसराय, अस्थावां, सरमेरा, बिंद, रहुई, हरनौत, हिलसा, करायपरशुराय प्रखंड में चुनाव शेष है। यही वजह है कि इन क्षेत्रें में चुनावी सरगरमी पूरे जोरों पर है। इन क्षेत्रों में चुनाव भले ही दलगत ना हो रहा हो। निर्वाचन आयोग द्वारा राजनैतिक हस्ताक्षेप पर रोक लगाया गया हो, लेकिन यह भी सच है कि संबंधित क्षेत्रों के माननीय चुनावों में खूब दिलचस्पी ले रहे है। नूरसराय में भी सोमवार को जहां चुनाव हुआ वहां भी माननीय ने खूब दिलचस्पी ली। जिन-जिन क्षेत्रों में माननीय का इंटरफेरेंस हो रहा है, वहां दूसरा पक्ष और मजबूत होता जा रहा है।

यह जनता भी जानती है कि किसे चुनना है, लेकिन संबंधित क्षेत्र के माननीय द्वारा फतवा भी जारी हो रहा है। वजह यह है कि जो लोग विधानसभा चुनाव में पंचायत प्रतिनिधि रहकर माननीय का विरोध किये वैसे लोगों को अब माननीय भी सबक सिखाने में लगे है। येन-केन प्रकारेन वैसे लोगों को चुनाव जीतकर फिर से पंचायत प्रतिनिधि नहीं बनने देने की सोच के साथ कई माननीय ने तो क्षेत्रों में पूरी ताकत झोंक दी है। खासकर जिला परिषद् सीटों पर माननीय लोगों का विशेष ही इंटरफेरेंस है। कई क्षेत्रों में तो कुछेक माननीय ने जिला परिषद् चुनाव लड़ने के लिए अपने अभ्यर्थी तक उतार दिये है।

हालांकि क्षेत्र में जनता का जो रूझान दिख रहा है। कई माननीय का इज्जत फंसता नजर आ रहा है। वैसे क्षेत्र जहां पहले चुनाव हुआ है और परिणाम आ चुका है, वैसे क्षेत्रों में कई माननीय की हालत पतली हुई है। उनके चहेते उम्मीदवार चुनाव हार चुके है, जिसके लिए क्षेत्र में पूरी ताकत लगायी, बैठकें की, फतवाएं जारी की वैसे लोग चुनाव हार गये। और तो और अपने बदौलत वैसे लोगों ने इस चुनाव में बाजी मारी, जिन्हें हराने के लिए माननीय ने सभी हथकंडे अपनाये।