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- अधिकांश जनप्रतिनिधियों ने उर्वरक की किल्लत का उठाया मामला
- जिला प्रशासन ने अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम का पीपीटी दिखाकर जनप्रतिनिधियों से मांगा विचार
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बिहारशरीफ (आससे)। पिछले दिनों जिले में बाढ़ और अतिवृष्टि सहित अन्य आपदाओं से फसलों को हुई क्षति का जायजा लेने जिला प्रभारी सह शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी बिहारशरीफ पहुंचे तथा हरदेव भवन में जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में ईएएमएस इंपलाय अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम जिसके माध्यम से कर्मियों, पदाधिकारियों का लोकेशन की जानकारी मिलती है से अटेंडेंस बनाये जाने की व्यवस्था की गयी है। बैठक में सांसद, विधायक सहित अन्य प्रतिनिधियों को पीपीटी पर इस सिस्टम पर विचार देने का अनुरोध किया गया।
सांसद कौशलेंद्र कुमार ने आपदा अनुग्रह अनुदान का चेक मिलने और राशि भुगतान में विलंब होने की बात कही। जबकि हरनौत विधायक हरिनारायण सिंह ने आपदा से हुए फसल क्षति का तैयार प्रतिवेदन को आंशिक बताया। उन्होंने खाद के किल्लत की भी चर्चा की और इसे अविलंब दूर करने की बात कही।
अस्थावां विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार ने आपदा में पशुओं की देखभाल पर प्रश्न उठाया। उन्होंने को-वैक्सीन के भी कुछ डोज जिले में उपलब्ध कराने की बात कही। अस्थावां बाजार में साफ-सफाई पर भी ध्यान देने का मुद्दा उठाया। उन्होंने भी उर्वरक की कालाबाजारी का मामला उठाया। इसी प्रकार हिलसा विधायक कृष्ण मुरारी शरण ने उदेरा स्थान से छोड़े गये पानी से होने वाले जलाधिक्य और फसल क्षति की बात कही। जबकि इस्लामपुर विधायक राकेश रौशन ने कुछ दिन पूर्व समीक्षात्मक प्रतिवेदन दिये जाने का मामला उठाया। जनप्रतिनिधियों द्वारा की जाने वाली अनुशंसा हेतु जिले में पंजी संधारण कर उसका मॉनिटरिंग करने की मांग की।
विधायकों की बात सुनने के बाद मंत्री ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि जिले में आपदा की स्थिति पूर्ण रूप से नियंत्रण में है। चाहे वह बाढ़ हो या सुखाड़ या कोरोना संबंधित। जिला द्वारा बिल्कुल अच्छी तरह से इसका सामना किया जा रहा है। फसल क्षति पर उन्होंने सभी जनप्रतिनिधिायों से अनुरोध किया कि अपने-अपने क्षेत्रें तथा इससे संबंधित व्यक्तियों के नाम सूची में जुड़वाने में मदद करें ताकि सही-सही व्यक्ति का नाम जुड़ सके और गलत व्यक्तियों का नाम हटाया जा सके।
मंत्री ने उर्वरक की किल्लत पर जिला कृषि पदाधिकारी से जानकारी ली तथा उर्वरक की मांग एवं आपूर्ति में भिन्नता के कारण जो स्थिति बनी है उसे शीघ्र सुधारने का निर्देश दिया।
उदेरा स्थान तथा मंडयी बीयर की जानकारी बाढ़ नियंत्रण कार्यपालक अभियंता तथा मंडयी बीयर के अभियंता से लिया तथा वहां से जल अचानक नहीं छोड़ने का निर्देश दिया। बैठक में जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह, पुलिस उपाधीक्षक हरिप्रसाथ एस., उप विकास आयुक्त वैभव श्रीवास्तव सहित जिला स्तरीय पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।