पटना

बिहारशरीफ: मत्स्य, गव्य, पशुपालन, डेयरी विभाग का आवेदन सहजता पूर्वक रद्द नहीं कर पायेगा बैंक


      • डीएम ने दिया निर्देश बैंक और विभाग समन्वय स्थापित कर आवेदन की त्रुटियों को दूर कर हकदारों को दे लाभ
      • मत्स्य, बकरी तथा मुर्गी पालन हेतु जीविका को प्रेरित करने का निर्देश

बिहारशरीफ। मत्स्य, गव्य, पशुपालन, डेयरी, कंफेड, सहकारिता, कृषि एवं वाणिकी का बैंकों में लंबित केसीसी आवेदनों की जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने सोमवार को समीक्षा की। जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि प्रखंड स्तर पर लगाये जाने वाले कैंप में आवेदन लिया जा रहा है। जिला पदाधिकारी ने मॉडल फॉर्मेट में आवेदन भरकर आवेदक को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया ताकि आवेदन बैंकों से लौट ना पाये।

समीक्षा में डीएम ने पाया कि बैंकों को 329 आवेदन भेजा गया है। डीएम ने पशुपालन कार्यालय से बकरी तथा मुर्गी पालन के लिए केसीसी आवेदन जीविका के माध्यम से प्राप्त करने के लिए जीविका के डीपीएम को निर्देश दिया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग रोजगार से आच्छादित हों।

मत्स्य विभाग को भी निर्देश दिया गया है कि निजी तालाबों से संबंधित केसीसी आवेदन जीविका दीदी के माध्यम से भिजवाये। मत्स्य कार्यालय के अतिरिक्त भी तालाबों से संबंधित आवेदन प्राप्त करने का आदेश दिया। अब तक मत्स्य विभाग से कुल 20 आवेदन भेजा गया, जिसमें पांच की स्वीकृति हुई है, जबकि 15 बैंकों द्वारा रिजेक्ट किया गया है। डीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिया कि अस्वीकृत आवेदनों को पुनः ठीक कर बैंक भेजें और लाभुकों को योग्यता से केसीसी उपलब्ध कराये।

जिला गव्य विकास पदाधिकारी ने बताया कि उनके कार्यालय द्वारा इस वित्तीय वर्ष में 121 आवेदन भेजा गया है, जिसमें 32 आवेदन बैंक द्वारा स्वीकृत किया गया है। डीएम ने अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिया कि आवेदन लौटाने के पहले विभाग के नोडल पदाधिकारी से बात की जाय ताकि आवेदन को ठीक करा लिया जाय। गव्य विकास कार्यालय तथा कंफेड कार्यालय को समन्वय बढ़ाकर आवेदन करवाने का निर्देश दिया।

डीसीओ को निर्देश दिया गया कि 61 हजार निबंधित किसानों को भी केसीसी आवेदन के लिए प्रेरित करें। जिला पदाधिकारी ने केसीसी आवेदन की खराब निष्पादन पर जिला कृषि पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछा। डीएम ने स्पष्ट कहा कि बैंक लाभुकों का आवेदन रद्द करना बंद करें। बैंक और विभाग समन्वय स्थपित कर त्रुटियां दूर करें और लाभुकों को लाभ दिलाये।