पटना

बिहारशरीफ: स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सदर अस्पताल में किया प्रदर्शन


बिहारशरीफ (आससे)। बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले स्वास्थ्य कर्मियों ने सदर अस्पताल में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व संघ के जिला मंत्री संजय कुमार ने किया।

इस दौरान अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था भी चरमराई नजर आयी। सात माह से लंबित वेतन भुगतान समेत अन्य मांगों को लेकर मंगलवार को सदर अस्पताल परिसर में स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने जमकर सरकार विरोधी नारे भी लगाए। हालांकि, इस दौरान इमरजेंसी व लेबर रूम में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों ने काम किया।

श्री कुमार ने बताया कि मंगलवार को साप्ताहिक बैठक एवं अन्य सरकारी काम का बहिष्कार करते हुए सीएस कार्यालय के पास धरना दिया गया। जिलाध्यक्ष बृजनंदन प्रसाद व महिला कर्मचारियों ने कहा कि गत आठ माह से वेतन नहीं मिला है। कोरोना वॉरियर का टैग देने व हमपर फूल बरसाने से ही पेट नहीं भर सकता। परिवार चलाने के लिए वेतन का भी समय पर भुगतान होना चाहिए।

वेतन नहीं मिलने से कई परिवार कर्ज में दबते जा रहे हैं। मजबूरी में कर्ज लेकर दो वक्त की रोटी, बच्चों की पढ़ाई, लिखाई व मकान किराया दे रहे हैं। जबतक वेतन मद के लिए पर्याप्त आवंटन आवंटित नहीं होगा, हमारा संघर्ष जारी रहेगा। इसकी सारी जवाबदेही वित्त मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री व बिहार सरकार की होगी।

श्री कुमार ने कहा कि जिस राज्य में महिला कर्मियों को समय पर वेतन का भुगतान नहीं किया जा सकता। उस राज्य में महिला सशक्तिकरण की सोच महज एक कल्पना मात्र है। ठेका पर काम कर रहे डाटा इन्ट्री ऑपरेटरों, सुरक्षा गार्डों का भी छह माह से मजदूरी नहीं मिला है। महिला स्वास्थ्य कर्मचारी मीना कुमारी ने कहा कि संविधान के अनुछेद 21 के तहत जिंदा रहने के अधिकार की रक्षा एवं भुखमरी से बचने के लिए वेतन नहीं तो काम नहीं के नारे के साथ मंगलवार को हाजिरी बनाकर काम का बहिष्कार किया गया।

धरना में अरविंद कुमार, राजेश कुमार सिंह, नदीम, प्रहलाद शर्मा, विद्यावती सिन्हा, प्रेमलता कुमारी, बबीता कुमारी, कौशिल्या कुमारी, मीना कुमारी, नीलम कुमारी, सरिता कुमारी, ज्योत्सना कुमारी, दीपा रानी, कुमारी सुनिता, पुष्पलता कुमारी, निर्मला कुमारी व अन्य ने स्वास्थ्यकर्मियों के बकाया वेतन, प्रोत्साहन राशि समेत अन्य लंबित बकाए का भुगतान करने की मांग की।