पटना

बिहार के विकास में रामविलास पासवान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई : मुख्यमंत्री


पटना (आससे)। रालोजपा कार्यालय में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि शुक्रवार को मनाई गई। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता पशुपति कुमार पारस पटना स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे और एलजेपी के संस्थापक और अपने बड़े भाई राम विलास पासवान को पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी।

राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने रामविलास पासवान की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए अपने बड़े भाई को याद किया। उन्होंने कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूँ अपने बड़े भाई रामविलास पासवान की वजह से हूँ। हमे उम्मीद है कि भारत सरकार स्वर्गीय रामविलास पासवान को भारत रत्न से समानित कर गरीबों, दलितों के मानसम्मान बढ़ाएगी। मैं और हमारी पार्टी आजीवन उनके बताए हुए रास्ते पर चलता रहूंगा।

इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बिहार के राज्यपाल फागू चौहान भी लोजपा कार्यालय पहुंचे और उन्होंने भी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में स्वर्गीय रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बिहार के विकास में रामविलास पासवान ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। हम सब एकसाथ मिलकर कई सालों तक काम किया हैं। हमारे बहुत ही मधुर सम्बन्ध थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रालोजपा के कार्यालय में पहुंच कर अच्छा-खासा वक्त गुजारा और राम विलास पासवान के साथ अपनी पुरानी दोस्ती के बारे में बातें कीं।

बरसी के मौके पर लोजपा कार्यालय में बड़ी संख्या में राजनीतिक हस्तियां जुटी। पशुपति कुमार पारस ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। प्रदेश के राज्यपाल फागू चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने लोजपा दफ्तर पर पहुंचकर रामविलास पासवान के चित्र पर माल्यार्पण किया। शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ,स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय,पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ,कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने पासवान को श्रद्धांजलि दी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने श्रद्धांजलि देने के बाद पासवान को महान नेता बताते हुए उनके योगदानों को याद किया।

सीएम ने कहा रामविलास पासवान की स्मृति को लेकर जो मांग की जा रही है। हमारी सरकार उन्हें पूरा करने पर विचार कर रही है। राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने बताया कि देश के कोने-कोने से रामविलास पासवान जी को चाहने वाले हजारों कार्यकर्ता पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी।