पटना

बिहार में खुलेंगे 74 मोटर वाहन चालन प्रशिक्षण संस्थान


परिवहन मंत्री ने रखा वित्तीय वर्ष 22-23 के लिए 48717.97 लाख का बजट

(आज समाचार सेवा)

पटना। परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि सूबे के 37 जिलों में औरंगाबाद को छोडक़र 74 मोटर वाहन प्रशक्षिण संस्थान खोले जाने का लक्ष्य है। जिसमें 50 प्रतिशत अनुदान अथवा अधिकतम 20 लाख रुपया अनुदान दिया जा रहा है। अभी तक 51 स्कूलों के निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है जिसमें 4 का निर्माण पूर्ण हो गया है। इसके अतिरिक्ति वाहनों का सुरक्षित परिचालन के लिए सभी जिलों में ड्राईविंग टेस्टिंग ट्रैक निर्माण के लिए योजना की स्वीकृति सडक़ सुरक्षा परिषद द्वारा प्रदान की गयी है। इनमें से 15 जिलों  को ट्रैक की स्थापना के लिए प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है जिसमें 14 जिलों द्वारा निविदा की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।

मंत्री शीला कुमारी ने अपनी उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डीएल व आरसी के अनुरुप की अब व्यावसायिक वाहनों के लिए परमिट भी वाहन स्वामी को ऑनलाइन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर पर मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के माध्यम से ग्रामीण परिवहन  की सुविधा उपलब्धक राकर कमजोर वर्गो को रोजगार सृजन का प्रयास किया जा रहा है। इस योजना के तहत अब तक संपूर्ण राज्य में 39391 लाभुकों को अनुदान का लाभ दिया जा चुका है। वितीय वर्ष कोरोना महामारी के बावजूद निर्धारित लक्ष्य 25 सौ करोड़ के विरुद्घ फरवरी तक 2121.70 करोड़ रुपये राजस्व का संग्रहण हुआ है।

मोटरवाहन निबंधन के लिए वाहन स्वामी को अब डीटीओ ऑफिस जाने की आवश्यकता नहीं है। वाहन निबंधन प्रक्रिया पूर्णत: ऑनलाइन है। चालक अनुज्ञप्ति के लिए आवेदन करने, फीस जमा करने की प्रक्रिया पूर्णत: ऑनलाइन है। आवेदक लर्निंग लाइसेंस टेस्ट के लिए अपनी सुविधानुसार तिथि एवं समय का स्लॉट बुक कर सकते है। वर्तमान में निगम के बस बेड़े में कुल 540 बसे है जिन्हें राज्य के विभिन्न मार्गो पर परिचालित किया जा रहा है। इन बसों से इस वितीय वर्ष में 1.17 करोड़ यात्रियों को कोरोना महामारी में लॉकडाउन के बावजूद परिवहन सुविधा का लाभ निगम द्वारा उपलबध कराया गया है। पीपीपी मोउ पर वर्तमान वर्ष में 247 बसों का परिचालन राज्य के विभिन्न मार्गों पर किया जा रहा है।

साथ ही बिहार उत्तरप्रदेश के बीच भी 15 बसों का परिचालन जारी है। पटना, किशनगंज, बिहारशरीफ से गाजियाबाद के लिए 6 आधुनिक वाल्वो बसें चलायी जा रही है। दिल्ली की तर्ज पर पटना शहरी क्षेत्र में भी135 सिटी बसों का परिचालन किया जा है। महिला यात्रियों के लिए एक स्पेशल महिला बस का भी संचालन किया जा रहा है जबकि अन्य सिटी बसों में महिलाओं के लिए 65 प्रतिशत सीटें आरक्षित खरी गयी है। निगम द्वारा 50 नए सीएनजी तथा 20 बसों को सीएनजी में सम्परिवर्तित कर पटना सिटी बस सेवा में संचालन किया जा रहा है। वाहन उपभोक्ता की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए सेवा प्रदाता की जिम्मेवारी सुनिश्चित करने के लिए रेन्ट ए कैब स्कीम के तहत कहीं भी भ्रमण किया जा सकता है।

वाहनों के लिए पसंदीदा निबंधन नंबर आवंटन की व्यवस्था की गयी है। इससे विभाग को 3 करोड़ 44 लाख रुपए राजस्व की प्राप्ति हुयी है। सडक़ दुघर्टना के पीडि़तों को अंतरिम मुआवजा देने के लिए सरकार प्रयत्नशील है। इसके तहत जनवरी 2022 तक विभिन्न जिलों में 106 व्यक्तियों को कुल 5 करोड़ बीस लाख राशि का भुगतान किया गया है। कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन की अवधि में वाहन स्वामियों  को कर में रियायत दिया गया है।