पटना

बिहार में जाति जनगणना पर मुख्यमंत्री की मुहर


पटना (आससे)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना कुछ दिनों के बाद होगी। इस पर हम लोगों की आपस में बात चल रही है। सोमवार को जनता दरबार कार्यक्रम के बाद पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने यह बात कही। बता दें कि कुछ दिन पहले ही जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भी जातीय जनगणना की मांग दोहराते हुए कहा था कि जातीय जनगणना समय की मांग है। इसलिए इसको कराने की जरूरत है। जदयू मजबूती से इस मांग को उठाता रहेगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय राजनीति में जाने की बातों को खारिज किया। इससे जुड़े सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बातों का कोई मतलब नहीं है। आप जानते हैं कि हम निजी यात्रा पर घूमने निकल रहे हैं। हम 16 साल से प्रदेश की सेवा कर रहे हैं। हमें लग रहा था कि जिन लोगों ने इतना आगे बढ़ाया, सांसद बनाया, उनसे जाकर मिलें। काम तो हम लोग पूरे बिहार के लिए करते हैं, लेकिन इच्छा थी कि हम एक बार जाकर उन लोगों से मिलें। बीच में कोरोना का तीसरा दौर आ गया था, जिसके चलते देर हुई।

नीतीश कुमार ने कहा कि भीषण गर्मी में भी हम घूम रहे हैं। हम अपना सारा काम करते रहते हैं, उसके साथ-साथ चारों तरफ जाकर घूम लेते हैं। घूमने से एक फायदा है कि बड़ी संख्या में लोगों से मुलाकात होती है। कुछ लोग अपनी समस्या भी बताते हैं। सबकी बातों को सुनते हैं। कहीं किसी इलाके के विकास के लिए भी और कुछ बात सामने आती है तो उसे देखते हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सत्ता में कोई रुचि नहीं होने की बात कहे जाने के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी पार्टी चलाना उन लोगों को काम है। अपनी पार्टी के बारे में कोई क्या सोचता है उसमें हमको क्या हस्तक्षेप करना है। जैसा काम कर रहे हैं उस हिसाब से तो आप देख ही रहे हैं कि वे कहां जा रहे हैं। जिसको जो मन करे सो करे। उसपर मेरी कोई प्रतिक्रिया नहीं है। जिसको अपनी पार्टी के बारे में जो इच्छा हो, जो करने का मन करे सो करे, इसमें हम क्या कमेंट करेंगे।