पटना

पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर सोचे केंद्र : नीतीश


पटना के लोगों को गंगाजल पिलायेंगे सीएम

पटना (आससे)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य सरकार अकेले कीमतों को काबू में नहीं ला सकती है। हम जानते हैं कि पेट्रोल-डीजल के मूल्य में हुई वृद्धि से लोग काफी परेशान हैं, लेकिन राज्य सरकार और राहत देने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी कुछ महीने पहले ही राहत दी गयी थी। तत्काल राज्य सरकार के पास संसाधन नहीं है कि अभी कुछ किया जा सके। जनता दरबार के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। जिसे लेकर लोगों का परेशान होना स्वाभाविक है।

नीतीश कुमार ने कहा कि दाम अचानक इतना बढ़ जाता है कि तत्काल हमलोगों के पास संसाधन कहां है कि हमलोग अभी तुरंत कुछ कर सकते है। सीएम ने कहा कि तत्काल ऐसा नहीं है कि इसे लेकर हर रोज सोचा जा सकता हैं। यह तो पूरे देश का मसला है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस पर सोचेगी। दाम बढ़ता है तो समस्या तो हो ही जाती है, लेकिन यह हो सकता है कि कुछ दिन के बाद स्थिति सामान्य हो जाये। अभी इसके बारे में कुछ कहना संभव नहीं है।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जारी है। यही कारण है कि देश में जरूरी चीजों की भी कीमत बढ़ गयी हैं। आम आदमी पर महंगाई का मार पड़ रहा है। इन सबके बीच बिहार में भी लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में हुए चुनावी नतीजों के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही है।

पेट्रोल और डीजल की कीमतें करीब साढ़े चार महीने तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को बढ़ायी गयी थीं। तब से कीमतों में 14वीं बार वृद्धि की गई है। पिछले 16 दिनों में कुल दस रुपये प्रति लीटर या 10 फीसदी से अधिक की वृद्धि की जा चुकी है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में देशभर में वृद्धि की गयी है, लेकिन इनके दाम स्थानीय कर के आधार पर अलग-अलग राज्यों में भिन्न हैं।

नीतीश कुमार ने गंगा नदी में गंदगी की समस्या पर कहा कि इसे दूर करने के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे मन की इच्छा है कि पटना  में लोगों को गंगाजल का पानी पिलाया जाए। बरसात के पानी को निकाल कर उसे पीने योग्य बनाया जाए। निश्चित ही यह आज नहीं हो सकता है, लेकिन यह मेरी इच्छा है. फिलहाल चार जगहों पर गंगाजल का पानी ले जाया जा रहा है।

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बचपन में मैं गंगा नदी में नहाने जाता था और वहीं से पीने का पानी लेकर आता था लेकिन अब गंगा नदी के जल में बहुत खराबी आ गई है, चारों तरफ से इसमें गंदगी गिराई जाती है। इसमें बहुत सुधार करने की जरूरत है। गंगा नदी में गड़बड़ (गंदा) पानी न जाए इसलिए इसमें सुधार करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। हम लोग चाहते हैं कि गंगा नदी के पानी में कोई गंदगी न हो और यह स्वच्छ हो। उन्होंने कहा कि बोधगया, गया, राजगीर और नवादा में भी गंगाजल लोगों तक पहुंचाया जाएगा। जमीन के नीचे से पानी निकालने से भू-जलस्तर लगातार घटते जा रहा है। गंगाजल ठीक रहे, स्वस्थ रहे इसके लिए गंगा नदी में बाहर से जो पानी जाता है उसे स्वच्छा करना जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के पानी की व्यवस्था सिंचाई के लिए हो इस पर भी हम लोग विचार कर रहे हैं. शहरी क्षेत्र में बहुत तेजी से काम चल रहा है। इन कामों में बहुत संसाधन और पैसे की जरूरत होती है।

क्रिमिनल प्रोसेजियर बिल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कानून बनाने का अधिकार केंद्र सरकार और पार्लियामेंट का है। जो कानून बना है उसके मुताबिक काम करना है। यदि कानून का पालन नहीं हो रहा है तो पुलिस और प्रशासन के लोग इसे देखेंगे। कानून में बदलाव की बात हो रही है तो इसे हर राज्य अपने-अपने स्तर से देखेगा। कोई अपराध करता है तो उसके बारे में पूरी जानकारी रखनी ही चाहिए।

उन्होंने कहा कि आजकल जेलों के हालत को लोग देख रहे हैं। जेल के अंदर से भी लोग कुछ न कुछ करते रहते हैं। यह अंग्रेजों के जमाने से ही गड़बडिय़ां हैं। प्रशासन के लोग बीच-बीच में जाकर काररवाई करते हैं। कार्रवाई होती है बावजूद इसके कुछ न कुछ होते रहता है। यह नई बात नहीं है। यदि कोई एक्ट बनता है तो किसी राज्य की नहीं बल्कि पूरे देश के लिए बनाया जा रहा है।