स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने दी जानकारी
पटना (आससे)। कोरोना महामारी से जूझ रहे बिहार के लिए ब्लैक फंगस मुसीबत बनता जा रहा है। केंद्र सरकार पहले ही इसे महामारी की श्रेणी में रख चुकी है। अब राज्य सरकार ने शनिवार को इसे महामारी घोषित कर दिया। इसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दी। यह बीमारी कोरोना से ज्यादा घातक है। इस बीमारी से प्रभावित मरीजों की आंखों की रोशनी चली जाती है। संक्रमित मरीज के प्रभावित अंग को निकालने तक की नौबत आ जाती है। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया था कि ब्लैक फंगस को आपदा कानून के तहत आज महामारी घोषित किया जा सकता है।
राज्य में शुक्रवार को ब्लैक फंगस के 39 नए मामले सामने आये, जिनमें आठ को भर्ती करना पड़ा। कुल 39 मामलों में से 32 पटना के तीन अस्पतालों तथा सात छपरा शहर के एक निजी अस्पताल में पहुंचे। इस तरह राज्य में लक्षण वाले 174 मरीज हो गये हैं। शुक्रवार को पटना एम्स की ओपीडी में 30 मरीज पहुंचे, जिनमें सात को को भर्ती किया गया। आईजीआईएमएस में एक नया मरीज भर्ती हुआ है। बाकी मरीजों को दवा देकर घर भेज दिया गया।
वहीं, निजी अस्पताल पारस में एक मरीज ओपीडी में आया था, जिसे दवा देकर छोड़ दिया गया। शुक्रवार तक पटना एम्स में कुल 42 मरीज भर्ती हो गये हैं। यहां से तीन मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। आईजीआईएमएस में कुल 39 मरीजों का इलाज हुआ, जिनमें 12 डिस्चार्ज कर दिए गए हैं। उधर, छपरा शहर के एक निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस के लक्षण वाले सात मरीज इलाज कराने पहुंचे थे।