सिंचाई प्रबंधन के लिए कराया गया 534 प्रखंडों में सर्वेक्षण
पटना (आससे)। बिहार में हर खेत को सिंचाई सुविधा मिलेगी। अगली हरित क्रांति बिहार में ही होगी। यह एलान जल संसाधन मंत्री संजय झा ने किया। वे विधान परिषद में जल व सिंचाई विभाग के बजट पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सिंचाई सात निश्चय पार्ट-२ का नोडल विभाग है। सिंचाई की बेहतर और मुक्कमल सुविधा मुहैय्या कराने के लिए ५३४ प्रखंडों में सर्वेक्षण कराय गया है।
सौ दिन में इसका प्रजेंटेशन तैयार हो जायेगा। प्रोजेक्शन में आहर-पाइन, उदभव, चेक डैम, फल्गु चैनल, नल कूप, निजी व खराब नल कूपों की श्रेष्ठïता के लिए नोडल मॉडल तैयार किया जा रहा है। योजना की जीआईएस पैपिंग करायी जा रही है। योजना को लेकर ४३.६१ प्रतिशत गांव-टोलों की बैठकें हो चुकी है। योजना के तहत तकनीकी सर्वेक्षण भी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिंचाई योजना से बिहार में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा।
उन्होंने कहा कि बिहार में गंगा जल का अधिक-से-अधिक उपयोग करने की भी योजना बनायी जा रही है। योजना के तहत चार ही महीने गंगा जल का संग्रह किया जायेगा। गंगा जल का संग्रह, बोध गया, गया, राजगीर और नवादा में होगा। येाजना के तहत हर व्यक्ति को हर दिन कम-से-कम १३५ लीटर शुद्ध गंगा जल पहुंचाने का लक्ष्य है। योजना पर १४८.७७ किलोमीटर में काम शुरू हो गया है। योजना के तहत १०९ किलोमीटर में पाइप बिछेगी, जबकि ६० किलोमीटर में पाइप होगी।
उन्होंने कहा कि फल्गु नदी का प्रवाह ३०० मीटर में होगी। गया में भी फल्गु का पानी ४०५ मीटर में मिलेगा। इस तरह का बिहार का यह पहला डैम होगा। यह रबड़ डैम पैदल पथ वाला होगा। इसका फिलिकल स्टेटस १०३१ और ३०० मीटर में होगा। इस तरह का फिजिकल बॉडी सेंटर मात्र पूना में है। बिहार में यह दूसरा फिजिकल मॉडल सेंटर होगा। वीरपुर से इसका काम शुरू भी हो गया है। योजना पर २६६ करोड़ खर्च होंगे।
उन्होंने कहा कि बाढ़ की आशंका की सूचना लोगों को अब ७२ घंटें पहले मिल जायेगी। सूचना देने के लिए विभाग ने वाट्स एप ग्रूप बनाया है। इसके अलावा जयनगर में बराज निर्माण भी हो रहा है। बराज का निर्माण कमला नदी के तट पर कराय जा रहा है। इस पर ८० किलोमीटर पर जल्द ही काम शुरू होगा। डेढ़ वर्ष में कोसी-मधुबनी के एक-एक ईंच के क्षेत्र में पानी पहुंचने लगेगा। उन्होंने बताया कि टाल विकास योजना पर भी काम चल रहा है। योजना पर ११७८.५० करोड़ खर्च होंगे।
येाजना के तहत ७४ किलोमीटर में तटबंध निर्माण होगा। दूसरे चरण में ५३ किलोमीटर में तटबंध बनेगा। टॉल विकास योजना का काम मई, २०२३ तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। विभाग के बजट प्रस्ताव पर हुई बहस में जदयू के संजीव सिह, रामचंद्र पूर्वे, भाजपा के संजय मयूख, कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा, राजेश राम, सुनील कुमार सिंह और संजय प्रसाद भी शामिल थे।