पटना

बिहार विधानसभा में 23 मार्च की घटना पर फिर हंगामा


मन में किसी प्रकार की दुविधा न रखे विपक्ष : स्पीकर

      • विपक्ष नहीं रहता तो, मन उदास हो जाता : विजय
      • कार्यमंत्रणा की बैठक के आश्वासन के बाद बहिष्कार हुआ खत्म

(आज समाचार सेवा)

पटना। बुधवार की सुबह स्पीकर विजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में दलीय नेताओं की बैठक में विपक्ष ने सदन चलाने के प्रति सकारात्मक रुख दिखाया। सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो एक बार फिर वहीं २३ मार्च की घटना वाली राग अलापते हुए कहा कि दलीय नेताओं की बैठक में सहमति बनी थी कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में मुद्ïदे को रखा जायेगा। स्पीकर ने  कहा कि प्रश्यनोत्तर काल महत्वपूर्ण है। दोहर एक बजे कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी, तब तक सदन चलने दें। संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि आज सुबह अखवार देखा तो मन उदास हो गया। सदन में विपक्ष नहीं ाहता है तो मन उदास रहता है।

विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने  कहा कि सदन चले। गंभीरता और सजगता जरूरी है। हम आग्रह करते हैं कि सदन चले। सकारात्मक वातावरण बनाने में सबों की भूमिका रहे। सभी का सहयोग मिले तो सदन चलेगा। दोपहर एक बजे कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी। सभ के मन में सकारात्मक भाव हो। मन के अंदर दुविधा का भाव नहीं रहना चाहिए। प्रश्नकाल महत्वपूर्ण होता है। आपने विश्वास व्यक्त किया है।

बुधवार को सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई वैसे विपक्ष के सदस्य  सदन में पहुंच कहा कि सदन की कार्यवाही स्थगित हो। कार्यमंत्रणा समिति की तत्काल बैठक हो। इसके बाद सदन की कार्यवाही चले। ग्रामीण विकास मंत्री सह सत्तारूढ दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने कहा कि आसन से आग्रह किया जाता है, निर्देश नहीं दिया जाता। शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आसन को धन्यवाद। आपने पहल कर दलीय नेताओं से बात कर उन्हें सदन में आने का मार्ग प्रशस्त किया। हम आपका स्वागत करते हैं। हम कभी नहीं चाहते कि आप बाहर रहें।

जहां तक २३ मार्च की घटना का सवाल है उसके संबंध में सरकार की सोच जाहिर है। जो भी घटना घटी है वह आसन के सामने है। सरकार का कोई जोर नहीं चलता। न सरकार की वहां कोई भूमिका है। पब्लिक सब कुछ जानती है। अंदर और बाहर क्या हुआ सबों ने देखा। कुछ घटनायें सदन के अंदर भी घटी और कुछ बाहर भी घटी, लेकिन व्हाइट लाइन के अंदर की घटना है। प्रजातंत्र सदन में विश्वास करती है। सदन में उस दिन जो घटनाएं घटी वह आपके सामने हैं। सरकार आसन के नियमन के साथ है।

वहीं विपक्षी दल के मुख्य सचेतक ललित यादव ने कहा कि सदन और आसन की गरिमा बरकारार रहे। हम तो सिर्फ २३ मार्च की घटना पर विमर्श चाहते हैं। हम कभी नहीं चाहते कि यह परिपार्टी बने। कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजित शर्मा ने कहा कि सदन की कार्यवाही चलनी चाहिए। प्रश्नोत्तर काल हो। कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में २३ मार्च की घटना पर चर्चा होगी। इसके बाद प्रश्नोत्तर काल शुरू हुआ और भोजनावकाश तक सदन की कार्यवाही चली।