पटना

बेगूसराय: गड्ढे के में डूबने से पांच बच्चों की मौत


बखरी (बेगूसराय)(आससे)। थाने के घघड़ा गांव की एक गड्ढे में स्नान करने गये पांच बच्चों की मौत डूब जाने से हो गयी। घटना के बाद गांव में कोहराम मंच गया। मृतक बच्चों की पहचान इंद्रदेव महतों के पुत्र अभिषेक कुमार, बिंदेश्वरी ठाकुर के पुत्र चौंपियन कुमार, शिवजी ठाकुर के पुत्र संतोष कुमार, लूटन साह के पुत्र रजनी कुमार तथा अंकुल पासवान के पुत्र अनुज कुमार के रूप में की गई है। घटना की सूचना मिलते ही इलाके में कोहराम मच गया तथा मौके पर हजारों लोगों की भीड़ जुट गई। उसके बाद स्थानीय लोगों के प्रयास से पांचों शव पानी से निकाला गया है।

घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि दस से 12 वर्ष के सभी बच्चे अपने गांव घघड़ा से इटवा चौर की ओर साइकिल लेकर खेलने गए थे। खेलने के दौरान ही सभी बच्चे स्नान करने के लिए इटवा चौर के एक गड्ढे में गए। लेकिन जेसीबी से किए गए गड्ढे में इन्हें पानी का अंदाजा नहीं रहा और पांचों बच्चे डूब गए। काफ़ी देर तक वापस नहीं लौटने पर सभी बच्चों की खोज शुरू हुई और परिजन खेत के रास्ते खोजते-खोजते इटावा चौर की ओर गए। जहां की गड्ढे के किनारे से साइकिल और सभी का कपड़ा मिलने के बाद खोजबीन शुरू हुई और उसके बाद चार शव बरामद किया गया।

एक बच्चे को बेहोशी की हालत में पानी से निकालकर, डॉक्टर के यहां ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतकों में अभिषेक कुमार अपने मां बाप का इकलौता पुत्र था तथा उसके अंदर से परिजन लगातार दोष होते जा रहे हैं। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय जनप्रतिनिधि के अलावा बाकी थाना अध्यक्ष एवं अंचल निरीक्षक भी पहुंचे तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया की जा रही है।

अंचल निरीक्षक नितिन कुमार ने बताया कि पांच बच्चों का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। उसके बाद मृतक के परिजनों को सरकार द्वारा घोषित उचित सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी। उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के दौरान इसलिए जगह पानी भरे गड्ढे में डूब कर दो बच्चों की मौत हो गई थी।

स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में चल रहे दर्जनों ईंट भट्टा चिमनी और मिट्टी के कारोबारियों द्वारा गलत तरीके से अवैध खनन किया जाता है। लेकिन प्रशासन इस पर रोक नहीं लगा पाती है, जिसके कारण लगातार हादसा होते रहता है।