पटना

बेतिया में उग्र लोगों ने थाना फूंका


पुलिस की पिटाई से युवक की मौत का मामला, हवलदार की मौत, कई पुलिसकर्मी जख्मी

(आज समाचार सेवा)

बेतिया। जिले के बलथर थाना क्षेत्र में कल उस समय रंग में भंग लग गया जब पूरा जिला होली के रंग में सराबोर उत्सव मना रहा था। बलथर थाने की पुलिस डीजे बजाने वाले वाहन को जप्त कर डीजे नहीं बजाने के मामले को लेकर युवक की पिटाई की तथा युवक की मौत हो गई हालांकि पुलिस, पुलिस की पिटाई से मौत की बात से इंकार कर रही है तथा मधुमक्खी के काटने के कारण मौत की बात कह रही है।

सूत्रों के अनुसार बलथर थाना के आर्यानगर के अनिरूद्ध यादव(35) की मौत शनिवार की दोपहर पुलिस अभिरक्षा में हो गई। जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने पर हमला बोल दिया। जमकर रोड़ेबाजी की गई। भीड़ को थाने में घूसने से रोकने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की। आक्रोशितों की भीड़ नहीं मानी और थाने में आग लगा दिया। जब्त कार, आधे दर्जन जब्त बाइक अग्निशमन वाहन, मैनाटांड़ पुलिस अंचल निरीक्षक की सरकारी व निजी वाहन, थानाध्यक्ष अजय कुमार चौधरी की कार, सिकटा थानाध्यक्ष रमेश कुमार महतो की वाहन, गौनाहा थाना का वाहन को आग से जला दिया गया।

बलथर थाना के बैरेक में आवासित हवलदार रामजतन राय को पीट कर मार डाला गया। इसमें करीब नौ पुलिस कर्मी घायल हो गयें। लोगों का गुस्सा देखकर थानेदार समेत सभी पुलिस पदाधिकारी थाना छोडक़र फरार हो गए। थानाध्यक्ष अजय कुमार चौधरी की पत्नी सहित मैनाटांड़ के पुलिस इंस्पेक्टर सतीशचन्द्र माधव की पत्नी व उनके बच्चे समेत सिकटा थानाध्यक्ष घंटों अपने आवास में फंसे रहें। लगभग तीन घंटे बाद उन्हे लोगों ने भारी मशक्कत के बाद निकाला।

सिकटा थाना के वाहन चालक उग्र भीड़ में फंस कर गम्भीर रूप से चोटिल हो गये। वही थानाध्यक्ष बाल बाल बच गयें। उन्हे बलथर थानाध्यक्ष का आवास सहारा मिला। थाना में लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया गया। तीन मंजीले भवन के दो मंजिल तक के खिड़कियों के शीशे तोड़ दियें गयें है। आक्रोशितों ने बलथर थाने को चारों तरफ से हजारों की संख्या में लोगों ने घेर लिया था। बचाव में अन्य थानों की पुलिस चाहकर भी मदद में घटना स्थल तक नहीं पहुंच पा रही थी। आक्रोशित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की पिटाई से युवक की मौत का आरोप लगा रहे थे।

वही पुलिस व अधिकारी पुलिस की पिटाई से युवक की मौत की बात को अफवाह बता रहे हैं। वास्तव में मौत का कारण थाना में मधुमक्खियों के काटने को बता रहें है। मृतक की पहचान आर्यानगर के अनिरुद्ध कुमार (35) के रूप में की गई है। इस घटना को लेकर बलथर थाना व चौक सहित आर्यानगर में  घंटों बवाल मचा रहा। बेतिया मैनाटांड़ सिकटा मुख्य सडक़ को आर्यानगर में जामकर दिया गया था। हजारों की भीड़ थाना पर पहुंच कर जमकर रोड़ेबाजी किया।

थाना परिसर में रखे जब्त वाहनों समेत निजी व सरकारी वाहनों में आगकर नष्ट कर दिया। मैनाटांड़ अंचल निरीक्षक के सरकारी व निजी गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि होली के अवसर पर शनिवार की दोपहर आर्यानगर में कुछ युवक डीजे बजाने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारी पहुंचे। और डीजे समेत पीकअप वैन को जब्त कर थाना लाने के लिए मृतक को बुलाकर थाना लायें। मृतक ट्रक चालक भी था।

लोगों का आरोप था कि थाने पर युवक को पुलिस कर्मियों ने पिटाई की। पिटाई के कारण उसकी की मौत हो गई। थाना परिसर आग के जले वाहन व रोड़ेबाजी अपने को प्रमाण बता रहा हैं। मौत की घटना करीब चार बजे शाम की थी। लगभग चार घंटे तक जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक मौके पर न ई पहुंचे थे। लोगों कि कहना है कि वरीय अधिकारी समय से पहुंच गयें होते तो इतनी बड़ी घटना नही होती। दर्जनों थानों की पुलिस को भी बलथर में बुला लिया गया है।

युवक की मौत की सूचना पर हजारों की भीड़ बलथर थाने में घुसने लगी। ग्रामीणों का कहना है कि भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की। तब लोगों का गुस्सा भडक़ गया और थाने में आग लगा दी। बलथर थाने में युवक की मौत की घटना के बाद पुलिस अधिकारियों का फोन नहीं उठ रहा था। किसी का फोन नाट रिचेबल है तो कोई लगातार घंटी बजने के बाद भी नही फोन नहीं उठा रहे थे।

आक्रोशितों का गुस्सा जब थाने पर टूटा तो थानेदार समेत सभी पुलिस कर्मी थाना छोडक़र भाग गए। मैनाटांड़ इंस्पेक्टर व थानाध्यक्ष की पत्नी व उनके बच्चें अपने आवास में घंटों फंसे रहे। क्योंकि आक्रोशित ग्रामीण ने जमकर रोड़ेबाजी कर रहे थे। आवास के मुख्य द्वार पर इनके वाहन धूं धूं कर जल रहे थे। ईनके टायर ब्रस्ट कर रहे थे। थाना परिसर में ईंट और पत्थर के टुकड़े बिखरे पड़े हैं। आग बूझाने के लिए फाया बिग्रेड के वाहन भी थाने में नहीं पहुंच पायें।

आक्रोशितों ने बताया कि पुलिस पिटाई करने के बाद इलाज के लिए सिकटा अस्पताल ले गई थी। वहां इलाज कराकर थाना लायी। जहां उसकी तबीयत एकाएक फिर बिगडने लगी। उसे बेतिया नही ले जाकर स्थानीय चौक के एक निजी चिकित्सक के यहां इलाज कराया। वही यु्वक ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा और फूट पड़ा। इंस्पेक्टर व थानेदार के आवास से जेवरात लूटे। इस घटना के दौरान पुलिस इंस्पेक्टर सतीशचन्द्र माधव व थानेदार अजय कुमार चौधरी के आवास ह लाखों के जेवरात भी गायब बताया गया है। इसके लूटने का आरोप आक्रोशितों हमलावरों पर लगाया गया जा रहा है। विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता समेत मृतक के स्वजनों पर बरसी पुलिस की लाठियां।

घटना की खबर पर विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता बलथर चौक पर पहुंचे। वहां मृतक की पत्नी सुशीला देवी, छोटा भाई कन्हैया यादव, भावज सुनीता देवी, माँ आशु देवी, बहन छाठो देवी व हेवंती देवी से घटना की जानकारी ले रहे थे। इसी बीच पुलिस पहुंचकर अंधाधुंध लाठियों से पीटने लगी। एक तरफ मौत के गम में स्वजन बदहवास थे। वही उँपर से उसे पिटाई भी कर दी गई। घटना के बाद बलथर चौक पुलिस छावनी में बदल गया है। वहां बीएमपी व जिला पुलिस बल की तैनाती की गई है।

एसडीओ ने बताया कि यहां धारा 144 अभी नही लगाया गया है। स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस कैम्प कर रही है। नरकटियागंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा है कि इस घटना में पुरूषोत्तमपुर थाना के हवलदार रामजतन राय व वही के पुलिस जवान पप्पू शर्मा को आक्रोशितों की गोली लगी है। जिसमें हवलदार की मौत मौके पर ही हो गई। वही जवान पप्पू शर्मा का इलाज चल रहा है।

नरकटियागंज के अनुमंडल पदाधिकारी धन्नजय कुमार ने कहा कि पुलिस की पिटाई से युवक की मौत नही हुई है। उसकी मौत मधुमक्खियों के काटने से हुई है। थाना परिसर में पहुंचते ही मधुमक्खियों के झुंड ने युवक पर आक्रमण कर दिया। जिससे उसकी हालत चिंताजनक होने लगी। इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था। वहां से वापस होते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार की है तथा छानबीन कर रही है। पुलिस अधिकारी मामले पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।