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तिलकका रहस्य
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 672 ओशो तिलक हमारी तीसरी आंखका बिंदु है, वह हमारे संकल्पका भी बिंदु है। उसको योगमें आज्ञाचक्र कहते हैं। हमारे जीवनमें जो कुछ भी अनुशासन है वह उसी आज्ञाचक्रसे पैदा होता है। दोनों आंखोंके बीचमें जो तीसरा नेत्र है वही जगह आज्ञाचक्रकी है। इस आज्ञाके संबंधमें थोड़ी बात समझ लेनी जरूरी है। जिन […]
दूसरोंको दोष
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 556 श्रीराम शर्मा यदि किसीका व्यवहार अनुचित प्रतीत होता है तो यह माननेसे पहले कि सारा दोष उसीका है, स्वयंपर भी विचार अवश्य करें। दूसरोंपर दोषारोपण करनेका आधा कारण तो स्वयं समाप्त हो जाता है। कई बार ऐसा भी होता है कि किसीकी छोटी-सी भूल या अस्त व्यस्ततापर आप मुस्करा देते हैं या […]
पश्चिम बंगालमें तुष्टीकरणकी नीतिसे बेहाल जनता
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 493 प्रवीण गुगनानी बंगालीमें एक कहावत है, डूबे-डूबे झोल खाबा इसी भावार्थकी एक हिंदी कहावत है- ऊंटकी चोरी नेवड़े नेवड़े नहीं हो सकती। दोनों ही कहावतोंका एक-सा अर्थ है कि बड़ी चोरी आज नहीं तो कल पकड़ी ही जायेगी। पश्चिम बंगालमें हिंदू हितोंकी चोरी भी ममता बनर्जीका एक ऐसा ही चोरी थी जिसे […]