Post Views: 516 योगेश कुमार गोयल कोरोनाके तमाम नियम-कानूनोंको धत्ता बताते हुए खासकर पर्वतीय इलाकोंमें जिस प्रकार लोगोंकी भीड़ बढ़ रही है, वह आनेवाले किसी बड़े संकटको न्यौता देती प्रतीत हो रही है। दूसरी लहरका प्रकोप कम होनेके बाद भारतमें जहां विभिन्न चरणोंमें अनलॉककी प्रक्रिया जारी है, वहीं हालके दिनोंमें दो दर्जनसे भी ज्यादा देशोंमें […]
Post Views: 1,151 ओशो अपनी आंखें बंद कर लो और अपनी रीढ़को आंखोंके सामने लाओ। इसका निरीक्षण करो और इसके बीचोंबीच एक तंतुको देखो, कमलके तंतु जैसा नाजुक, तुम्हारी रीढ़के खंभेमेंसे गुजर रहा है। रीढ़में बीचोंबीच एक रुपहला धागा है, यह शारीरिक तंतु नहीं है। यदि इसे खोजनेके लिए आपरेशन करोगे तो इसे नहीं पाओगे। […]
Post Views: 557 डा. श्रीनाथ सहाय अबतक तो केवल इण्टरनेटके जरिये फैले पोर्नोग्राफीके कारोबारको लेकर ही चिन्ता व्यक्त की जाती थी किन्तु अब ओटीटी रूपी इस माध्यमने डरावनी स्थित उत्पन्न कर दी है। एक समय था जब भारतमें मां-बाप बच्चोंको सिनेमा देखनेतकसे रोकते थे। लेकिन पहले टेलीविजन और उसके बाद इण्टरनेटके उदयने मनोरंजनको सर्वसुलभ कर […]