अवैध रूप से चल रहे थे 600 ऐप
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ (Congress Spokesperson Gaurav Vallabh) ने दावा किया कि जनवरी और फरवरी 2021 के बीच एक जांच में प्ले स्टोर पर 1,100 से अधिक डिजिटल ऋण ऐप उपलब्ध पाए गए। उन्होंने यह भी दावा किया कि आरबीआई ने स्वीकार किया है कि कम से कम 600 ऐसे ऐप अवैध रूप से चल रहे थे।
52 व्यक्तियों ने की आत्महत्या
गौरव वल्लभ ने संवाददाताओं से कहा, ‘RBI के अनुसार, 2017 से 2020 के बीच डिजिटल प्लेटफार्म पर ऋण में 12 गुना की बढ़ोतरी हुई है। अब तक, हमारे देश में 52 व्यक्तियों ने इन ऋण ऐप्स द्वारा ब्लैकमेल करने के कारण आत्महत्या कर ली है।’
चीन के पास हवाला मार्ग से गए 500 करोड़ रुपये
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और एजेंसियों की अक्षमता के कारण इस तरह के ऋण जाल के कारण आत्महत्या के कई मामले सामने आए हैं। चीनी ऋण ऐप कंपनियों ने हवाला मार्ग के माध्यम से भारत से 500 करोड़ रुपये निकाले हैं। प्राथमिकताओं के मूल्यांकन में मोदी सरकार द्वारा कोई रणनीति नहीं बनाई गई और न ही ध्यान केंद्रित किया गया। कुछ चीनी ऐप्स को 2020 में प्रतिबंधित कर दिया गया था, लेकिन ऐसे ऐप्स पर कार्रवाई फीकी रही है।’
वल्लभ ने मोदी सरकार पर चीनी आक्रमण के खिलाफ बोलने की हिम्मत की कमी का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय साजिश और हमारे खिलाफ आक्रामकता से निपटने में सरकार ने पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर दिया है।
मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को किया कमजोर
यह दावा करते हुए कि चीनी ऋण ऐप द्वारा लाखों भारतीयों को कर्ज के जाल में फंसाने की खबर सामने आए दो साल हो गए हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था को कमजोर कर दिया है और लाखों लोगों को गरीबी में धकेल दिया है।
ईडी पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता ने पूछा, ‘जब ईडी और अन्य एजेंसियां हर विपक्षी नेता से मिलने जाती हैं, तो वे क्यों सो रहे थे जब इन चीनी ऋण ऐप द्वारा भारत से कम से कम 500 करोड़ रुपये छीन लिए गए थे।’ यह देखते हुए कि इन धन उधार देने वाले ऐप्स द्वारा उत्पीड़न के कारण कई लोगों की जान चली गई है, उन्होंने पूछा, ‘मोदी सरकार ऐसे ऐप्स पर कार्रवाई करने के लिए क्या इंतजार कर रही है?’ उन्होंने आरबीआई को अनभिज्ञ करार दिया।’