Latest News उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय

भारतीय राजनीति में ‘मिस्टर क्लीन’ कहलाने वाले मनोहर पर्रिकर की वो आखिरी इच्छा जो रह गई अधूरी


मनोहर पर्रिकर का जन्म 13 दिसंबर 1955 को हुआ। पर्रिकर 17 मार्च 2019 को पैनक्रियाटिक कैंसर से जंग हार गए और दुनिया को अलविदा कह गए। पर्रिकर देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री थे, जिनके पास आईआईटी की डिग्री थी. उन्होंने देश के सबसे प्रतिष्ठित IIT संस्थान मुंबई आईआईटी से बीटेक की डिग्री ली थी। मनोहर पर्रिकर पहले ऐसे सीएम भी थे, जो कैंसर का पता लगने के बावजूद एक साल से ज्यादा समय तक पद पर रहे। सबसे दिलचस्प बात ये भी है कि पीएम पद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का समर्थन करने वालों में पर्रिकर भाजपा के पहले सीएम थे।

स्कूल के दिनों में ही जुड़ गए थे RSS से
उत्तरी गोवा के मापुसा में मध्यमवर्गीय कारोबारी परिवार में जन्मे मनोहर गोपालकृष्ण प्रभु पार्रिकर संघ के कार्यकर्त्ता के तौर पर भाजपा से जुड़े। पार्रिकर स्कूल के दिनों से ही संघ से जुड़ गए थे और उनका हमेशा ये मानना था कि संगठन से मिले प्रशिक्षण और विचारधारा की वजह से उन्हें सार्वजनिक जीवन में अच्छा करने और सबसे महत्वपूर्ण फैसला लेने में काफी मदद मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2014 में रक्षामंत्री के तौर पर पार्रिकर का चयन किया और अक्सर उनकी कड़ी मेहनत के लिए तारीफ भी करते रहे। खासतौर पर साल 2018 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक के संदर्भ में। जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई तक पर्रिकर देश के रक्षा मंत्री थे और इस दौरान पूरी रणनीति उनकी निगरानी में तैयार हुई थी।