नई दिल्ली: ब्रिटेन में राजनीतिक अस्थिरता की वजह से भारत के साथ उसके रिश्तों में जो ठहराव आया था उसकी भरपाई दोनों पक्षों से होती दिख रही है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद संभालने के तीसरे दिन गुरुवार को ऋषि सुनक और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई। दोनों नेताओं के बीच समग्र एवं संतुलित मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) पर सहमति बनी है।
भारत के दौरे पर ब्रिटिश विदेश मंत्री
ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली शुक्रवार को भारत पहुंच रहे हैं। शनिवार को उनकी विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी जिसमें दोनो देशों के बीच वर्ष 2030 तक के रोडमैप पर खास तौर पर बातचीत होगी। पीएम पद संभालने के बाद ऋषि सुनक ने क्लेवरली को विदेश मंत्री बनाए रखा है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी जानकारी
सुनक के साथ हुई टेलीफोन वार्ता के बारे में पीएम मोदी ने ट्विटर पर जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, ‘ब्रिटेन के पीएम बनने पर मैंने ऋषि सुनक को बधाई दी है। हम समग्र रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे। हम इस बात के लिए भी राजी हो गए हैं कि एक समग्र व संतुलित मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) पर शीघ्र ही बातचीत पूरी होनी चाहिए।’ इसके कुछ ही देर बाद सुनक ने भी ट्वीट किया और पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा, ‘भारत और ब्रिटेन बहुत कुछ साझा करते हैं। मैं इस बात के लिए बहुत उत्साहित हूं कि हमारे दो महान लोकतांत्रिक देश आने वाले महीनों और वर्षों में आपसी सुरक्षा, रक्षा व आर्थिक साझेदारी को गहरा करके बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।’
जयशंकर के साथ होगी द्विपक्षीय वार्ता
इन दोनों नेताओं के बीच हुई वार्ता के बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी कि विदेश मंत्री क्लेवरली 28 अक्टूबर को अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा की शुरुआत करेंगे जहां वह अपने समकक्ष से मुलाकात करेंगे और ब्रिटेन-भारत संबंधों को मजबूत करने पर बात करेंगे। यात्रा के पहले दिन वह मुंबई जाएंगे जहां वह वर्ष 2008 में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करेंगे। 29 अक्टूबर को नई दिल्ली उनकी विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी। इसमें अगले एक दशक के दौरान दोनों देशों के रणनीतिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने पर बातचीत होगी।
एफटीए को लेकर अनिश्चितता खत्म
पीएम मोदी और पीएम सुनक के बीच वार्ता ने एफटीए को लेकर जारी अनिश्चितता को खत्म कर दिया है और यह साफ कर दिया है किदोनों पक्षों में इसको लेकर समान रूप से उत्साह है। ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जानसन और पीएम मोदी ने एलान किया था कि इस साल दिवाली तक एफटीए पर हस्ताक्षर हो जाएगा। लेकिन ब्रिटेन में आर्थिक संकट गहराने और राजनीतिक अस्थिरता की वजह से ऐसा नहीं हो सका। हालांकि दोनों देशों के वाणिज्य मंत्रालयों के बीच बातचीत होती रही। अब संकेत है कि जल्द ही एक शुरुआती समझौते की घोषणा की जाएगी।